सवांददाता / रशिद फाजलाणी
सारखणी (नांदेड)। जात का बोगस प्रमाणपत्र लेकर 95 हजार कर्मचारी सेवा में है. यह दुर्भाग्य की बात है. इस प्रकरण के बारें में आयुक्त संभाजी सरकुडे द्वारा जांच करेंगे ऐसा आश्वासन राजयपाल सी. विद्यासागर राव ने किया. वे शुक्रवार को दोपहर 12 एक आयोजित सभा में बोल रहे थे. इस दौरान मंच पर विधायक प्रदीप नाईक, विधायक संतोष टारपे, पूर्व विधायक भिमराव केराम, जिला परिषद अध्यक्षा मंगला गुंडीले, पंचायत समिति के सभापति अश्विनी शेडमाके, सरपंच शिवकांता कुमरे, जिलाधिकारी सुरेश काकानी, आयुक्त संभाजी सरकुंडे, मुख्य कार्यकारी आधिकारी अभिमन्यु काले प्रमुख रूप से उपस्थित थे.
आगे उन्होंने कहां कि आदिवासी क्षेत्र की सिंचाई का प्रश्न छुड़ाने के लिए प्रयास करेंंगे, पेसा कानून अमल में लाएंगे, आदिवासियों की विविध योजना आदिवासियों तक पहुचाएंगे, आदिवासियों का विकास करेंगे, किसी भी प्रकार की समस्या सुनने के लिए मैं आपके साथ हूँ. 12 वी में पास हुए आदिवासी लड़कियों को नौकरी मिलने के लिए नर्सिंग की शिक्षा उपलब्ध करके देंगे.
राज्यपाल का आगमन होने के बाद महिलाओं ने उनकी उतारी. इसके बाद घुसाड़ी नृत्य से उनका स्वागत किया गया. राज्यपाल का स्वागत जिलाधिकारी सुरेश काकानी व आदिवासी समाज द्वारा माधवराव मरसकोल्हे ने राज्यपाल को मोर के पंखों की टोपी पहनाकर किया.
इस अवसर पर दिलीप स्वामी, उपविभागीय आधिकारी आर.आर.रोडगे, तहसीलदार शिवाजी राठोड, डाॅ.आशीष बिरादार, उपविभागीय पुलिस अधिकारी दत्तात्रय कांबले, डाॅ.आर.एम.टोंपे, महमद आजमोद्यीन, उप विभागीय अभियंता धनंदरे, न.प.मुख्याधिकारी अरविंद मुंडे, गोवर्धन मुंडे पुलिस आधिक्षक परमजीतसींह दहीया, मुख्य कार्यकारी आधिकारी आभिमन्यु काले समेत आदिवासी नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थी.