देशमुख व वाजे मामले की भी मुश्किलें बढीं
मुंबई की दो विशेष अदालतों ने भ्रष्टाचार मामले में शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख, उनके दो सहयोगियों और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की हिरासत सीबीआई को सौंप दी। एनसीपी नेता देशमुख, उनके करीबी संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे फिलहाल ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत के चलते आर्थर रोड जेल में बंद हैं।
एक अदालत ने शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में नागपुर के वकील सतीश उके और उनके भाई प्रदीप उके को छह अप्रैल तक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उके बंधुओं को गुरुवार को नागपुर के पार्वती नगर में वकील के आवास पर ईडी की छापेमारी के बाद धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) में गिरफ्तार किया गया था। उके बंधुओं को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश जीबी राव के समक्ष पेश किया गया। न्यायाधीश ने उन्हें आगे की जांच के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया।
ईडी के मुताबिक कुछ समय पूर्व उके बंधुओं ने फर्जी दस्तावेज के आधार पर नागपुर में 1.5 एकड़ का प्लॉट खरीदा था। यह जमीन उके बंधुओं के नाम पर खरीदी गई। इसी में उन पर पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया गया।
सीबीआई को मिली देशमुख व सचिन वाजे की हिरासत
मुंबई की दो विशेष अदालतों ने भ्रष्टाचार मामले में शुक्रवार को महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख, उनके दो सहयोगियों और बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे की हिरासत सीबीआई को सौंप दी। एनसीपी नेता देशमुख, उनके करीबी संजीव पलांडे और कुंदन शिंदे फिलहाल ईडी के मनी लॉन्ड्रिंग मामले में न्यायिक हिरासत के चलते आर्थर रोड जेल में बंद हैं।
सीबीआई ने अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश डीपी सिंघाड़े के समक्ष इन सभी की हिरासत के लिए आवेदन किया था। जज ने बृहस्पतिवार को विशेष मनी लॉन्ड्रिंग अदालत को पत्र जारी कर देशमुख और दो अन्य को सीबीआई की हिरासत में भेजने का आदेश दिया। सचिन वाजे को पिछले साल मार्च में एनआईए ने एंटीलिया के पास विस्फोटक मिलने और कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया था।
इसके मद्देनजर जस्टिस सिंघाड़े ने एनआईए विशेष कोर्ट को भी ऐसा ही एक पत्र भेजकर वाजे की हिरासत सीबीआई को सौंपने का निर्देश दिया था। वाजे इस वक्त नवी मुंबई के तलोजा जेल में न्यायिक हिरासत में है। इसके बाद दोनों ही विशेष अदालतों ने शुक्रवार को अलग अलग आदेशों में जेल प्रशासनों को देशमुख, पलांडे, शिंदे और वाजे की जमानत सीबीआई को सौंपने का निर्देश जारी किया।