नागपुर: नागपुर महानगरपालिका और उसके अधिकारी और कर्मचारियों की ओर से हर वर्ष की तरह इस साल भी डॉ. बाबासाहब आम्बेडकर और महात्मा ज्योतिबा फुले की संयुक्त जयंती का आयोजन 20 अप्रैल को मनपा मुख्यालय स्थित प्रांगण में किया जाएगा. इस कार्यक्रम में सत्पाल महाराज द्वारा संबोधन किए जाने की जानकारी क्रीड़ा समिति सभापति नागेश सहारे ने पत्र-परिषद में दी.
आयोजक मंडल ने इस कार्यक्रम को मनपा का सरकारी कार्यक्रम बताया. लेकिन प्रशासन के आलाधिकारियों से लेकर सत्तापक्ष व विपक्ष के दिग्गजों की अनुपस्थिति कई सवाल खड़े कर रही थी. हालांकि पत्रपरिषद में उपस्थित सभी सत्तापक्ष के अनुयायी थे. और कुछ सेवानिवृत कर्मी प्रमुखता से उपस्थित थे. ये सेवानिवृत कर्मचारी विगत वर्ष एंटीकरप्शन विभाग के हत्थे चढ़ गए थे. कुछ दिन पूर्व वे पूर्व महापौर के खिलाफ आयोजित पत्रपरिषद में उपस्थित थे.
पत्रपरिषद में जानकारी दी गई कि सम्पूर्ण खर्च मनपा प्रशासन करेंगी, परन्तु प्रशासन का एक भी नुमाइंदा न दिखना समझ से परे है.
सत्कार मूर्ति रिजवान सिद्दीक़ी को मनपा से सेवानिवृत्त बतलाया गया जबकि वे मनपा के एक विशेष हिस्से में सेवानिवृत्त होने के बावजूद बिना साक्षात्कार के कार्यरत हैं. जल्द ही उन्हें अतिरिक्त मनपायुक्त के पद पर विशेष रूप से नियुक्त करने की उठापटक जारी है.
सहारे ने बताया कि हाल ही में राज्य सरकार ने सप्तखंजरी वादक सत्यपाल महाराज को महाराष्ट्र भूषण घोषित किया है. उन्हीं के प्रबोधन का कार्यक्रम होगा. कार्यक्रम के मध्य में सत्यपाल महाराज, सत्तपक्ष के अनुयायी रिजवान सिद्दीक़ी का सत्कार किया जाएगा. अध्यक्षता महापौर नंदा जिचकार करेंगी. मुख्य अतिथि के रूप में उपमहापौर दीपराज पार्डीकर, स्थायी समिति सभापति वीरेन्द्र कुकरेजा, सत्ता पक्ष नेता संदीप जोशी, विपक्ष नेता तानाजी वनवे, मनपा आयुक्त अश्विन मुदगल, बसपा नेता मोहम्मद जमाल, एनसीपी नेता दुनेश्वर पेठे, शिवसेना नेता किशोर कुमेरिया, शिक्षा समिति सभापति दिलीप दिवे, अतिरिक्त आयुक्त रवींद्र कुंभारे आदि उपस्थित रहेंगे. आयोजन समिति के सदस्य राजेश हाथीबेड, विनोद धनविजय, अशोक कोल्हटकर, कल्पना मेश्राम, विशाल सेवारे, संजय बागडे, राजेश वासनिक, नंदकिशोर भोवते, शशिकांत आदमने, सुषमा नायडू, डोमाजी भडंग आदि ने सभी कर्मचारियों को उपस्थित रहने की अपील की.