– शहर राशन विभाग इंचार्ज भास्कर तायडे ने साधी चुप्पी
नागपुर – महीने के आखरी के एक दिन पहले रविवार और सोमवार को सैकड़ों राशनकार्ड धारक सरकारी राशन दुकान से बैरंग लौटे। सर्वर डाउन होने की वजह से इन लाभार्थियों को उनके हिस्से का अनाज नहीं मिल सका।ऐसा पिछले 10-15 दिनों से हो रहा,इस सम्बन्ध में शहर राशन विभाग इंचार्ज भास्कर तायड़े से संपर्क करने पर उनका कोई जवाब नहीं मिलना,दाल में काला नज़र आ रहा हैं.
प्राप्त जानकारी के अनुसार राशन दुकानदारों के मुताबिक रविवार और सोमवार को सुबह 10 बजे दुकानें शुरू मशीन ठप रही। सर्वर शुरू तो हुआ, लेकिन मात्र एक में सर्वर फेल होने की सूचना मिलने लगी। 2.30 बजे के बाद पीओएस मशीन पूरी तरह ठप हो गई और राशन लेने के लिए दुकानों पर पहुंचे कार्डधारकों को खाली हाथ लौटना पड़ा। यही नहीं, पीओएस मशीन से ब्योरा डिलीट होने की वजह से पिछले तीन माह से 15 हजार से अधिक लाभार्थियों को उनके हिस्से का अनाज नहीं मिल पाया है। शहर राशन विभाग प्रमुख आये दिन नए नए बहाने बनाकर जरूरतमंदों को गुमराह कर रही हैं.हर बार एक ही जानकारी दी जाती कि आगामी माह में तकनीकी खराबी दूर होने की संभावना है,इस मामले में एनआईसी से संपर्क किया गया है। तीन माह पूर्व करीब 65 हजार लाभार्थियों का ब्योरा पीओएस मशीन से डिलीट हुआ था। अब तक 40 हजार लाभार्थियों का ब्योरा रिकवर हुआ है।
दुकानों में भरा है राशन वितरण नहीं कर पा रहे
संतरानगरी में कुल 682 राशन दुकानों के जरिए 16 लाख 19 हजार 885 लाभार्थियों को राशन वितरण किया जाता है। इसके लिए करीब 75 हजार क्विंटल अनाज प्रतिमाह राशन दुकानों में पहुंचता है। इस माह भी यह अनाज राशन दुकानों में भरा हुआ है। तकनीकी खराबी की वजह से पीओएस मशीन ठप होने के कारण दुकानदार अनाज का वितरण नहीं कर पा रहे हैं। सर्वर की खराबी की वजह से पिछले रविवार को अनेक लाभार्थियों को राशन नहीं मिला।
राशन वितरण नहीं हुआ तो होती है कटौती
माह में जितना अनाज का वितरण नहीं किया गया, तो यह अनाज शासन को लौटने के नाम पर बताना पड़ता है,फिर दूसरे माह में शासन जितने अंगूठे लगे,उतने के हिसाब से ही अनाज दुकानदारों को आवंटित करती हैं.
APL के नए कार्डधारकों को नहीं मिल रहा आनाज
विभाग ने नए APL धारकों का कार्ड तो बना दिया,लेकिन उनका कार्ड से सम्बंधित क्रमांक UPLOAD नहीं होने के कारण उन्हें अप्रूवल नहीं मिलने से साल भर बीत जाने के बावजूद आनाज नहीं मिल रहा.