Published On : Fri, Feb 7th, 2020

पारडी परिसर में मोनेश की हत्या के विरोध में शिवसेना ने निकाला बड़ा मोर्चा

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नागपुर– 28 नवंबर 2019 से लापता मोनेष भागवत ठाकरे नामक 25 वर्षीय भवानी नगर पारडी स्थित युवक की लाश दो महीने बाद 3 फरवरी 2020 को मिली मोनेष को पुनापुर परिसर में स्थित 22 एकर खेत में खंजर ओर गला रेतकर पेट्रोल छिडकर आग के हवाले कर दिया था, लाश रातभर जलते रही लेकिन पूरी तरह नही जल पाने के कारण आरोपियों ने अधजली लाश साडी में लपेटकर वर्धा रोड पर स्थित जामठा परिसर में फेंक दी थी, दो महिने बाद अपराध शाखा ने इस मामले का पर्दाफाश कर 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें अक्षय येवले नामक कुख्यात अपराधी ओर उसके तीन साथियों ने परिसर में दहशत पैदा करने के लिए घटना को अंजाम दिया था. अक्षय पर पहले भी विभिन्न थानों में दर्जनों केस दर्ज है.

मर्डर करनेवाले इन आरोपियों को सख्त सजा देने की मांग को लेकर शिवसेना की ओर से पारडी परिसर में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान बड़ी तादाद में महिलाएं और परिसर के नागरिक इसमें शामिल हुए थे. दरअसल कुछ महीने पहले ही वह जेल से छूटकर आया था. मृतक मोनेष गरीब परिवार का अविवाहित लडका था जो मजदूरी कर अपने परिवार की परिवरिश करता था.

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इसी साल उसका विवाह करने का निर्णय परिवार के लोगों ने किया था. उसके पहले ही ठाकरे परिवार पर यह दुखों का पहाड टूट पडा, नागरिकों की मांग है की आरोपियों की पुरानी अपराधिक पृष्ठभूमि को देखते हुए मोका के तहत कार्रवाई कर कडी से कडी सजा दी जाएं. अप्पर पोलिस आयुक्त महावतकर ने ओर अतिरिक्त पोलिस आयुक्त (क्राइम) नीलेश भरणे ने मौके पर आकर आश्वस्त किया की अपराधियों को बख्शा नही जायेंगा ओर मोका के तहत कार्रवाई की जाएगी.

इस मोर्चे में नागरिक हजारों की संख्या में शामिल हुए, जिसमे बडी संख्या में महिलाएं भी थी, मोनेष हत्यकांड के विरोध में निकले मोर्चे में कोई अप्रिय घटना से आशंकित पोलीस प्रशासन के उपायुक्त नीलोत्पल नागपूर शहर के आठ थानों के सभी वरिष्ठ पोलिस अधिकारी, सहायक पोलिस आयुक्त, क्विक अक्शन फोर्स सहित बडी संख्या में पोलीस प्रशासन मोर्चा स्थल से समापन स्थल तक फौज के साथ खडी थी.

पारडी परिसर में आज तक इतने आला अधिकारी तथा पोलीस व्यवस्था सडक पर कभी नही देखी गई थी. मोर्चे में शामिल महिलाओं तथा नागरिकों ने अपने हाथों में तख्तियां लेकर फाँसी दो फाँसी दो ओर बंद करो बंद करो काजल बार बंद करो तथा दारू भट्टी बंद करों , नहीं चलेंगी नहीं चलेंगी, गुंडागर्दी नही चलेंगी, के नारे देकर परिसर में आक्रोश जताया.

समाजसेवक यशवंत गुड्डु रहांगडाले के अनुसार डॉ. भूषनकुमार उपाध्याय ने रात में ही अतिरिक्त पोलिस आयुक्त (गुन्हे) डॉ. निलेश भरणे को पीडित परिवार ओर क्षेत्र के आक्रोशित नागरिकों से चर्चा कर समाधान निकालने हेतु पीडित के घर मिटिंग लेकर आरोपियों पर कार्रवाई के प्रति आस्वस्त कर दिया था. स्थानिय नागरिकों का रोष स्थानीय पोलीस की लापरवाही के प्रती भी था. मोर्चे में प्रमुख रूप से समाजसेवक यशवंत गुड्डु रहांगडाले, वैशाली रोहनकर, दीपक वाडीभस्में, कौशिक चौधरी, देवेंद्र वैद्य, आशुदयाल ठाकरे ,चिंटू मिश्रा, अशोक शिवहरे, कृष्णा चावके, रूपेश कारेमोरे,रणजीत गौतम, देवेंद्र बिसेन, पृथ्वीराज रहांगडाले, दिनेश मेश्राम, पप्पू राठोर, राजेंद्र गुप्ता, पटले, भूमेश्वर हनवत, सचिन रारोकार, सजंय तुरकर, सुनील बिसेन, प्रमोद पटले, योगराज पटले, बसंत देशमुख, बंटी रहांगडाले, मोहन ठाकरे, टेकराम बघेले, हिरदिलाल ठाकरे, धारासिंग कटरे, ताराचंद पटले, विककी भैरम, मंगेश ठाकरे, अमोल हुड, चेतन तुरकर तथा हजारों की संख्या में नागरिक उपस्थित थे.

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