नागपुर: सतयुग में तप से , त्रेता में यज्ञ से, द्वापर में दान से जो फल मिलता है कलयुग में केवल राम नाम स्मरण से ही उस फल की सहज प्राप्ति हो जाती है। राम नाम के जप से जीव की जन्म जन्मांतर की समस्त व्याधियाँ दूर हो जाती हैं और प्रभु शरण गति की प्राप्ति हो जाती है। श्री राम का नाम जीवन का आधार है । उक्त आशय के उद्गार मानकापुर के प्राचीन शिव मंदिर में चित्रकूट धाम निवासी राजन महाराज ने भक्तों से संगीतमय श्री राम कथा के दौरान कहे । श्री राम कथा का आयोजन अखंड भारत विचार मंच की ओर से किया गया है।
कथा व्यास ने आगे कहा कि भगवान राम का नाम एक बार अंतरात्मा से निकल जाए तो व्यक्ति का जीवन सफल हो जाता है। व्यक्ति जब भगवान के चरणों से लिपट जाता है तब वह निर्भय हो जाता है। हर जगह राम नाम की महिमा का गुणगान है। राम सिर्फ एक नाम नहीं है, राम नाम तो सबसे बड़ा मंत्र है । संसार चल ही राम के नाम से रहा है । राम तो अविनाशी हैं। दुनिया इधर से उधर हो जाए, सब कुछ बदल जाए पर श्री राम का नाम जैसा का वैसा ही सदा बना रहेगा। इस राम नाम की महिमा कभी भी कम नहीं होगी । बल्कि दिन प्रतिदिन इसकी महिमा बढ़ती जाएगी ।
राम नाम तो मणिदीप की तरह है जो कभी बुझता ही नहीं। जैसे दीपक को चौखट पर रख देने से घर के अंदर और बाहर दोनों हिस्से प्रकाशित हो जाते हैं , वैसे ही राम नाम को जपने से अंतःकरण और बाहरी आचरण दोनों प्रकाशित हो जाते हैं ।
आज व्यासपीठ का पूजन यजमान भुआल प्रसाद सिंह व मदन दुबे परिवार , मुख्य अतिथि बंडू ठाकरे, टापरे गुरुजी, ज्वाला धोटे, अर्चना विवेक पाठक, शंभूनाथ त्रिपाठी, कामता प्रसाद मिश्रा, नानक यादव, संतोष दुबे व मनोज कुमार सिंह ने किया। कथा का समय दोपहर 3:00 से शाम 7:00 बजे तक रखा गया है। सभी भक्तों से मास्क पहनकर आने की अपील की गई है।