अग्रसेन भवन, रविनगर में 20 तक आयोजन
नागपुर: श्रीमद्भागवत कथा महा कल्याणकारी है। यह कथा सुनने से जीव का उद्धार होना निश्चित हो जाता है। यह कथा तो मरे हुए प्राणी का भी उद्धार कर देती है तो जीवित प्राणी को इसे सुनने से कितना पुण्य मिलता होगा, इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता। उक्त आशय के उद्गार रविनगर के श्री अग्रसेन भवन में 20 अगस्त तक आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान वृंदावन की भागवत कथाकार कीर्ति किशोरी माताजी ने भक्तों से कहे।
प्रवचनों से पूर्व सुबह रिमझिम बारिश के साथ श्रीमद् भागवत कथा की मंगल कलश यात्रा श्री राम मंदिर, रामनगर से अग्रसेन भवन, रविनगर पहुंची। यजमान पुष्करलाल अग्रवाल सिर पर भागवत पोथी लेकर चल रहे थे। उनके साथ 51 महिलाएं सिर पर मंगल कलश रखकर चल रही थीं। माता कीर्ति किशोरी का रथ साथ में चल रहा था। बैंड-बाजे पर आरती की धुन बज रही थी। कथास्थली पर पहुंचकर भागवत कथा की यजमान परिवार ने आरती की।
कथाकार माताजी ने आगे कहा कि युवाओं को भागवत कथा से जुड़ना चाहिए। उन्हें कथा का श्रवण करना चाहिए। प्रभु की भक्ति तन-मन- धन के साथ ही मन और वचन से करनी चाहिए। कथा का समय दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक रखा गया है। 15 अगस्त को मंगलाचरण, परीक्षित कथा, कपिल अवतार, ध्रुव चरित्र का प्रसंग सुनाया जाएगा। सभी भक्तों से उपस्थिति की अपील की गई है।