नागपुर : पार्टी से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरे वरिष्ठ स्वयंसेवक श्रीपाद रिसालदार को पार्टी से 6 वर्षों के लिए निलंबित कर दिया है। इस कार्यवाही के विरोध में रिसालदार अब कानूनी लड़ाई लड़ने के मूड में आ गए है रिसालदार के मुताबिक़ उन्होंने खुद पार्टी से इस्तीफ़ा दिया है तो उन पर निलंबन की कार्यवाही का प्रश्न ही नहीं बनाता। वो जल्द ही अनुभवी वकील से सलाह लेकर पार्टी को क़ानूनी नोटिस भेजेंगे। मनपा चुनाव में उम्मीदवारी न मिलने की वज़ह से पार्टी से बगावत करने वाले 54 कार्यकर्ताओं को शहराध्यक्ष सुधाकर कोहले ने 9 फ़रवरी को 6 वर्ष के लिए निलंबित कर दिया था। जिसमे प्रभाग 19 से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे रिसालदार भी शामिल है।
उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने के तुरंत बाद से ही बीजेपी में खलबली मची हुयी है। बगावत कर चुनाव का पर्चा दाखिल करने वाले कई कार्यकर्ताओं को बीजेपी ने माना लिया था लेकिन कुछ अब भी डटे हुए है जिसमें संघ से जुड़े लोग भी शामिल है। बाग़ी कार्यकर्ता विरोधी उम्मीदवारों के साथ पार्टी से भी दो दो हाँथ करने की तैयारी में है जिस वजह से चुनाव के दौरान पार्टी की मुश्किल बढ़ाना लाज़मी दिखाई देती है।