नागपुर : बीते 18 अप्रैल से लापता बाघ को खोजने के लिए केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एसआईटी की तीन सदस्यीय समिति नागपुर पहुँची है। यह समिति जय की गुमशुदगी से लेकर अब तक हुए घटनाक्रम की जाँच करेगी। उमरेड करांडला जंगल में रहने वाला विश्वप्रसिद्ध बाघ जय कई महीनो से लापता है। जय की गुमशुदगी के बाद वन्यप्रेमीयो की दखल और मीडिया रिपोर्ट की वजह से वनविभाग पर खासा दबाव बना पर वनविभाग अब तक जय की खोजबीन करने में नाकामियाब ही साबित हुआ। इसी बीच जय का शिकार होने का भी संशय लगातार व्यक्त किया गया। हालांकि वनविभाग,राज्य और केंद्र सरकार के वनमंत्री इस संशय को लगातार नकारते रहे। सरकार जय की खोज के लिए वनविभाग के साथ युद्धस्तर पर महीनो भिड़ा रहा पर कामियाबी नहीं मिली। दूसरी ओर जय के जिन्दा होने के सबूत मिलने की जानकारी भी वनविभाग ने दी लेकिन उसका अब तक कही कोई अता पता नहीं है।
सांसद नाना पटोले ने जय की हत्या होने की आशंका व्यक्त की थी। इतना ही नहीं उन्होंने जय की गुमशुदगी को लेकर संसद में सवाल भी पूछा। जय की प्रसिद्धि की वजह से उसे देखने के लिए देश भर के वन्यजीव प्रेमी उमरेड करांडला के जंगल में पहुँचते थे। जिनमे भारी निराशा है। केंद्र सरकार द्वारा गठित की गई तीन सदस्यीय समिति अब जय से जुड़े सभी मसलो की जाँच की करेगी। मिली जानकारी के मुताबिक इस समिति की निगरानी में जय जुड़े मामले की तफ्तीश की जायेगी। हालांकि वनविभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने ऐसी की समिति के नागपुर पहुँचने की आधिकारिक जानकारी उन्हें नहीं होने की बात कही है।