नागपुर। नागपुर जिले में सिकल सेल रोग से संबंधित विशेष निरीक्षण एवं नियंत्रण कार्यक्रम को लागू करने के लिए आवश्यक मशीनरी, तकनीकी सहायता एवं जनशक्ति उपलब्ध करायी जाएगी, यह जानकारी जिलाधिकारी डॉ विपिन इटंकर ने दी।
मेडिकल कॉलेज में हुई उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों ने यह कहा कि केंद्र सरकार की नीति 2047 तक भारत से सिकल सेल को खत्म करने की है। नागपुर जिले को सिकल सेल मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था ने काम करना शुरू कर दिया है और इसी के तहत सोमवार को कलेक्टर डाॅ. विपिन इटनकर, जिला परिषद मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौम्या शर्मा ने इस संबंध में बैठक की।
इस बैठक में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य राज गजभिए, इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य बिजवे, जिला सर्जन निवृथी राठौड़, जिला स्वास्थ्य अधिकारी दीपक सेलोकर, विभागाध्यक्ष डॉ. डागा अस्पताल नारलावर की चिकित्सा अधीक्षक सीमा पारवेकर, समाज कल्याण विभाग की सहायक आयुक्त सुकेशिनी तेलगोटे, मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों के प्रमुख उपस्थित थे।
इस बैठक में कलेक्टर ने आवश्यक उपकरण उपलब्ध कराने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने को कहा। इस संबंध में जिले के प्रत्येक महिला व पुरुष का परीक्षण किया जाए। जिले में विवाह पूर्व परामर्श, एमनियोसेंटेसिस एवं छात्र स्तर पर भी जांच कराने के चिकित्सकीय उपाय किए गए हैं। उचित उपचार के बाद इस रोग पर काबू पाया जा सकता है। काउंसलिंग के बाद इस बीमारी पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से भी सुझाव मांगे हैं कि इस संबंध में और क्या उपाय किए जा सकते हैं।