नागपुर: पेट्रोलियम के दामों में हो रही लगातार बढ़ोत्री का असर एसटी महामंडल के किराए में हो सकता इस बात पर खुद राज्य के परिवहन मंत्री दिवाकर रावते ने मुहर लगाई है। रावते का कहना है की बढ़े दामों का असर किराये में भी होगा। नागपुर में पत्रकारों से बात करते हुए रावते ने कहाँ पहले महीनों – महीनों दाम नहीं बढ़ते थे लेकिन अब हर दिन डीजल के दामों में बढ़ोत्री हो रही है। पिछले वर्ष मई के महीने में दाम 57-58 रूपए था लेकिन इस वर्ष यह 68 रूपए पर पहुँच चुका है। इस बढ़ोत्री की वजह से महामंडल को लगभग 480 करोड़ का नुकसान हो रहा है। इसके अलावा महामंडल के अन्य तरह के भी खर्चे है जिस वजह से नुकसान का भार सहन करना मुश्किल हो रहा है। ऐसे में इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता की डीजल के दामों में बढ़ोत्री का असर किराये में नहीं होगा। रावते द्वारा दिए गए बयान से स्पस्ट संकेत आगामी दिनों में किराये बढ़ने को लेकर है जिसका सीधा असर एसटी से सफ़र करने वाले यात्रियों को होगा।
रावते इन दिनों विदर्भ के दौरे पर है। बीते दिनों खुद पार्टी प्रमुख नागपुर पहुँचकर आगामी चुनावों को लेकर 11 जिलों के प्रमुख पदाधिकारियों से संगठनात्मक चर्चा कर चुके है। पार्टी प्रमुख द्वारा इस बैठक के बाद दिए गए दिशानिर्देशों की पूर्ति करने की जिम्मेदारी रावते को ही सौंपी गई है। अपने दौरे के दौरान रावते विदर्भ के विभिन्न जिलों में जाकर संगठन विस्तार को लेकर काम करेंगे। नागपुर में मीडिया से बात करते हुए रावते ने विदर्भ की सभी 62 सीटों में चुनाव लड़ने की जानकारी दी।
विदर्भ की भंडारा-गोंदिया संसदीय सीट पर होने वाले उपचुनाव पर सबकी निगाहें तिकी है। गठबंधन में रहकर चुनाव न लड़ने का फैसला लेने के बावजूद शिवसेना ने यहाँ अपना उम्मीदवार नहीं उतारा है। इस चुनाव में पार्टी की भूमिका को लेकर किये गए सवाल को रावते ने टाल दिया।