अग्निशमन विभाग का मसला नीतिगत फैसले (पॉलसी मैटर) के लिए समिति में मंजूरी बाद आमसभा में अंतिम निर्णय के लिए भेजा गया
नागपुर : आज मनपा स्थाई समिति की बैठक हुई,जिसमें विषय पत्रिका पर चर्चा बाद 4 विषयों को स्थगित किया गया। इसके साथ ही क्रीड़ा व सांस्कृतिक विभाग के 2 अधिकारियों पर विभागीय जांच का आदेश स्थाई समिति सभापति प्रदीप पोहाणे ने दी। आज 2 अगस्त की दोपहर राज्य के मुख्यमंत्री की शहर में रोडशो के कारण स्थाई समिति की बैठक तय समय दोपहर 3 बजे के बजाय आनन फानन में सुबह 10 बजे ली गई,यह बैठक लगभग 45 मिनट चली।
समिति की बैठक में वित्त विभाग से संबंधित मसला राज्य सरकार से विशेष अनुदान 150 करोड़ के खर्च से संबंधित था। यह विषय लगातार तीसरी दफे स्थगित की गई। क्योंकि मनपा में स्थाई लेखा व वित्त अधिकारी नहीं है,अतिरिक्त कार्यभार पर विभाग चल रहा। इस दफे समिति की बैठक के एक दिन पूर्व वित्त विभाग की सिफारिश पर यह प्रस्ताव स्थगित रख प्रस्ताव वित्त विभाग को सौंपा गया।
समिति ने अग्निसुरक्षा सेवा के तहत विभिन्न शुल्कों के दर को मंजूरी प्रदान की,क्योंकि विषय नीतिगत फैसले (पॉलसी मैटर ) के लिए समिति में मंजूरी बाद आमसभा में अंतिम निर्णय के लिए भेजा गया।जहां मंजूरी बाद लागू हो जाएंगी। समिति ने उद्यान विभाग के 70 लाख रुपये के फलों के पौधरोपण के प्रस्ताव को स्थगित कर अगली बैठक में सभापति द्वारा सुझाए गए 5 करोड़ के वृक्षारोपण प्रस्ताव के साथ पुनः प्रस्तुत करने का आदेश दिया। 70 लाख रुपये के प्रस्ताव के तहत नागरिकों को फलों का पौधा वितरित किया जाएगा।
समिति ने इसके बाद क्रीड़ा व सांस्कृतिक विभाग के नरेश सवईथूल व नरेश चौधरी के खिलाफ विभागीय जांच का आदेश दिया। वजह का खुलासा नहीं पाया। समिति ने प्रकाश विभाग में निरुपयोगी सामग्री विक्री से संबंधित विषय को स्थगित कर दिया। इन निरुपयोगी सामग्री की बिक्री हेतु 4 दफे निविदा जारी की गई थी। चौथी दफे मेसर्स जे एम ट्रेडलिंक का अधिकतम दर था,जिसके प्रस्ताव को मंजूरी देने का प्रस्ताव था।