नागपुर: नागपुर के डॉ. बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास, आधुनिकिकरण और देखभाल के कार्यों को सार्वजनिक व निजी क्षेत्रों की भागीदारी और संकल्पना, निर्माण कार्य, वित्तीय सहायता आपूर्ति की व्यवस्था डीबीएफओटी के आधार अर्थात बीओटी तत्वों पर करने के िलए जरूरी आवश्यक दस्तावेजों को आज मंत्रीमंडल की बैठक में मंजूरी प्रदान कर दी गई। यहां मल्टिमोडल इंटरनेश्नल कार्गो हब एंड एयरपोर्ट एट नागपुर को विकसित किया जा रहा है।
इस परियोजना में नागपुर अंतरराष्ट्रीय विमानतल के साथ एसईजेड(स्पेशल इकोनॉमिक जोन) व संलग्नित सेवा-व्यवसाय ऐसे दो उप परियोजनाओं का समावेश है। यह विमानतल देश की केंद्र स्थल में होने से इसका महत्व बेहद बढ़ जाता है। फिलहाल एमआईएल(मिहान इंडिया लिमिटेड) कम्पनी की ओर से विमानतल चलाया जाता है। मिहान इंडिया, एमएडीसी (महाराष्ट्र एयरपोर्ट डेवलपमेंट कम्पनी) व एएआई(एयरपोर्ट एथॉरिटी ऑफ इंडिया) का साझा उपक्रम है। जिसकी हिस्सेदारी क्रमश: 51 व 49 के अनुसार है। इन दोनों घटकों द्वारा किए गए करार के अनुसार इस विमानतल का विकास निजी डेवलपर्स से करने को मंजूरी दी गई है।
इस संबंध में पीपीपी आधार पर काम करने को लेकर 23 जुलाई 2017 को मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया गया था। पांच कम्पनियों से इसके िलए कोटेशन का चयन किया जाना है। इन पांच कम्पनियों से प्रस्ताव मंगाने के िलए जरूरी रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल और कंसेसन एग्रिमेंट दस्तावेजों को मंत्रिमंडल ने मंजूरी दी है।