नागपुर: शहर में कोविड मरीज़ों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. कोरोना मरीज़ों को इलाज के लिए जीएमसी, मेयो आदि अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. कोरोना मरीज़ों के वार्ड में जाना परिजनों के लिए सख्त माना है. लेकिन फिर भी मरीज़ों के परिजन अधिकारीयों की आँखों में धूल झोंककर ज़बरदस्ती सुबह, दोपहर, शाम और रात का भोजन लेकर मरीज़ों से मिलने जाते हैं.
कोविड-19 वायरस से संक्रमण के खतरे के मद्देनज़र अस्पताल कर्मचारियों के अलावा कोविड वार्ड में किसी और के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और तदनुसार पुलिस प्रशासन ने कठोर प्रतिबंध लागू किए हैं. मौजूदा हालत में कोविड वार्ड से निकला व्यक्ति कोरोना कॅरियर ही है, पुलिस की मदद से ऐसे लोगों के वार्ड में प्रवेश को रोकें, महापौर दयाशंकर तिवारी ने प्रशासन के अधिकारीयों को कहा.
महापौर ने कहा कि मरीज़ों के रिश्तेदारों को कोविड वार्ड के अंदर जाने की अनुमति नहीं देनी चाहिए. पुलिस को बाहर से आनेवाले नागरिकों को रोकना चाहिए और अगर कोई जबरदस्ती आने की कोशिश करता है तो उससे नियमानुसार निपटना चाहिए. यदि नागपुर को कोरोना मुक्त करना है, तो ऐसे कड़े प्रतिबंध लगाना अत्यंत आवश्यक है, महापौर ने कहा.