Pitru Paksha 2022: हिन्दू पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पितृ पक्ष में पितरों की आत्मा की शांति और उनका आशीर्वाद पाने के लिए लोग श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान आदि करते हैं। हिन्दू धर्म की मान्यताओं में पितृ पक्ष के दौरान किसी प्रकार का शुभ कार्य या पूजा- अनुष्ठान नहीं किया जाता। क्योंकि यह 15 दिन का पक्ष सिर्फ पितरों (मृत पूर्वजों) के लिए निश्चित होता है। इस दौरान यदि आप दान करते है, भूखों को खाना खिलाते हैं तो माना जाता है इसका पुण्य आपके पूर्वजों की आत्मा को प्राप्त होता है। इस दौरान यदि आपके मृतक परिजन सपने में दिखते हैं तो इससे आपको कई संकेत मिल सकते हैं।
कई बार ऐसा होता कि आपका किसी स्वर्गवासी हो चुके परिजन से इतना ज्यादा लगाव होता है कि वह आपके सपनों में भी दिखता है। गरुण पुराण के अनुसार, पितृ पक्ष में परिजनों का सपने में दिखना एक विशेष प्रकार का संकेत देता है। आपको यह भी संकेत मिलता है कि आपसे वह पूर्वज क्या आशा करते हैं। उनकी आत्मा को शांति है या नहीं। आगे जानिए कुछ स्वप्न विचार और उनके अर्थ (relative in dreams meaning)-
सपने में मृतक परिजन को बीमार या कष्ट में दिखना-
यदि आपके परिजन स्वस्थ्य अवस्था में या अपनी आयु पूरी करने के बाद स्वर्गवासी हुए हैं और सपने में बीमार या कष्ट में दिख रहे हैं तो इसका मतलब है उनकी आत्मा को शांति नहीं मिली। सपने में आकर परिजन आपको संकेत देते हैं कि आप उनकी आत्मा की शांति के लिए कुछ करें। ऐसे में अपने पंडित या बुजुर्गों की सलाह के अनुसार, तर्पण, श्राद्ध या दान आदि करना चाहिए।
सपने में मृतक परिजन का स्वस्थ या खुश दिखना-
आपके परिजन यदि सपने में स्वस्थ या खुश दिखाई देते हैं तो इसका संकेत है कि उनकी आत्मा को शांति मिल चुकी है। उन्हें किसी प्रकार की दिक्कत नहीं है। आपको भी बार-बार उनकी याद करके उन्हें परेशान नहीं करना चाहिए।
जीवित व्यक्ति को मृत देखना:
किसी जीवित व्यक्ति को सपने में यदि आप मृत देखते हैं तो स्वप्न विचार के अनुसार, उस व्यक्ति की आयु बढने का संकेत है।
जानकारों के अनुसार, किसी मृतक परिजन को याद करना या उनकी चर्चा करने से आपको और आपके परिजन की आत्मा दोनों को कष्ट पहुंचता है। इसलिए चाहिए कि जो इस दुनिया को छोड़कर जा चुका है उसके बारे में कम-से-कम ध्यान करें। जानकारों को यह भी मानना है कि कुछ लोग अपनी आयु पूरी किए बिना गुजर जाते हैं तो उनमें से कुछ लोग प्रेत योनि में चले जाते हैं। अच्छे और सद्भावना वाले व्यक्ति की आत्मा किसी को परेशान नहीं करती। लेकिन दुष्ट प्रकृति के लोगों की आत्मा परेशान भी कर सकती है।