नागपुर: नागपुर यूनिवर्सिटी के रविनगर स्थित बॉयज हॉस्टल में यूनिवर्सिटी की ओर से निर्देश जारी किए गए हैं कि जिन विद्यार्थियों का सत्र समाप्त हो चुका है. उन विद्यार्थियों को 10 जून के बाद हॉस्टल खाली करना है. लेकिन विद्यार्थियों ने हॉस्टल में रहने देने की मांग को लेकर हॉस्टल के सामने ही ठिया आंदोलन शुरू किया है. रविवार से विद्यार्थियों की ओर से आंदोलन शुरू किया गया है. जो सोमवार को भी शुरू है.
विद्यार्थियों का कहना है कि हॉस्टल में रहनेवाले कई विद्यार्थीयों की स्पर्धा परीक्षा इन दो महीनों में होनेवाली है. जिसके कारण उन्हें यहां रहने दिया जाए. विद्यार्थियों ने बताया कि हॉस्टल खाली करने पर उनकी पढ़ाई पर असर होगा और हॉस्टल खाली करने पर उन्हें दूसरी जगह रूम किराए से लेना होगा. लेकिन ज्यादातर हॉस्टल में रहनेवाले विद्यार्थियों की आर्थिक परिस्थिति इतनी अच्छी नहीं है कि वे हॉस्टल से बाहर रूम ले सकें. विद्यार्थियों की मांग है कि पीएचडी के विद्यार्थियों को और थर्ड ईयर के विद्यार्थियों को रहने की अनुमति दी जाए, पूर्व विद्यार्थी और परीक्षा के लिए शहर में आए रिश्तेदारों को गेस्ट के रूप में रहने दिया जाए.
डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विद्यार्थी संगठन के विद्यार्थियों की ओर से कुछ महीने पहले इसी मांग को लेकर नागपुर यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. सिद्दार्थिविनायक काणे को निवेदन भी दिया गया था. लेकिन बावजूद इसके कुलगुरु ने इन विद्यार्थियों को हॉस्टल में रहने की रियायत नहीं दी. इस बारे में विद्यार्थियों द्वारा मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी निवेदन देने के लिए विद्यार्थी जाने की जानकारी विद्यार्थियों की ओर दी गई है.