नागपुर: नागपुर यूनिवर्सिटी के रविनगर लॉ कॉलेज चौक स्थित विद्यार्थियों के हॉस्टल की व्यवस्था काफी खराब हो चुकी है. पीने के पानी समेत हॉस्टल में फ़ैल रही गन्दगी के कारण विद्यार्थी काफी परेशान हैं. हॉस्टल में टंकी द्वारा पानी सप्लाई किया जाता है, लेकिन उसमें गन्दगी होने के बाद भी पर्याय ना होने की वजह से विद्यार्थी यही गंदा पानी पीने के साथ ही अन्य कामों के लिए भी इसका उपयोग करने को मजबूर हो रहे हैं. इसी परेशानी को लेकर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर विद्यार्थी संगठन की ओर से 20 दिन पहले पत्र परिषद का आयोजन किया गया था और इस दौरान यूनिवर्सिटी प्रशासन को 10 दिनों में यहां के पानी की सप्लाई के साथ ही अन्य व्यवस्थाएं सुधारने की मांग की थी.
इन मांगों पर भले ही यूनिवर्सिटी ने दावा किया था कि वे यह समस्या जल्द से जल्द सुलझाएंगे, लेकिन अब भी हॉस्टल में दूषित पानी की आपूर्ति हो रही है. हॉस्टल में रहनेवाले विद्यार्थियों का कहना है कि यहां पर जो पानी की टंकी है, उसे हमेशा साफ़ किया जाना चाहिए जबकि इस टंकी को यूनिवर्सिटी प्रशासन 6 महीने में एक बार साफ़ करती है. 6 महीने में एक बार साफ़ करने की वजह से पानी में गंदगी पनपती है और बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है.
हॉस्टल में वाटर कूलर की बात करें तो यहां कुल मिलाकर तीन ही वाटर कूलर हैं और तीनों ही महीनों से खराब पड़े हुए हैं. वाटर कूलर में भी गन्दगी फ़ैल चुकी है. जबकि विद्यार्थियों की तादाद इस हॉस्टल में करीब 350 से ज्यादा है. नागपुर यूनिवर्सिटी इन विद्यार्थियों से हॉस्टल में रहने के साथ ही मेस के लिए करीब 4 हजार रुपए हर साल वसूलता है. लेकिन सुविधाओं के नाम पर यहां विद्यार्थियों के साथ केवल अन्याय ही किया जा रहा है. नागपुर यूनिवर्सिटी भले ही दावे करे सुविधाएं देनी की, लेकिन हॉस्टल में जाने पर आखों देखा हाल कुछ और ही नजर आता है.