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उमरखेड़। समाज के विकास और उन्नती के लिए विद्यार्थियों ने गाडगेबाबा के विचार ग्रहण करने चाहिए ऐसा प्रतिपादन प्रा.डा. माधव कदम ने किया. वे राष्ट्रीय सेवा योजना आयोजित संत गाडगेबाबा जयंती के उपलक्ष कार्यक्रम में बोल रहे थे. इस दौरान कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर प्रा. दिपक आऱाख थे. मंच पर शारीरिक शिक्षण और संचालक डा. भास्कर सावरकर, प्रा. डा. वैभव ठाकरे उपस्थित थे.
सबसे पहले संत गाडगेबाबा की प्रतिमा का पुजन मान्यवरों के हांथों किया गया. मान्यवरों के स्वागत के बाद दिव्या कालबांडे ने स्वागत गीत गाया तथा राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवक तुकाराम नखाडे, अमोल राठोड, चंदन सावते ने संत गाडगेबाबा के जीवन पर प्रकाश डाला. भाग्यश्री कदम और शिवलीला वानखेडे ने ‘देवकीनंदन गोपाला’ गीत गाया.
कार्यक्रम का सूत्रसंचालन सुभाष होले ने किया वहीं आभार प्रदर्शन केशव येदलेवाड ने किया. कार्यक्रम की सफलता के लिए अमोल राठोड, अविनाश चव्हाण, उमेश चिरडे, दिव्या कालबांडे, सपना परवत, संतोष कवडे, शामल रासकर, समता जोगदंडे, रक्षा जोगदंडे, अभिजीत इंगले आदि ने प्रयास किया. “खरा तो एकचि धर्म” गीत पर रासेयो गीत के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ.