
Ashwin Mudgal
नागपुर: भीषण गर्मी से लोग हलकान है, इंसान तो जैसे तैसे गर्मी से बचने का अपना जुगाड़ कर लेगा लेकिन बेचारे मूक जानवरों का क्या ? वो तो बेचारे किससे शोषण की शिकायत करने जाए। लेकिन नागपुर के जिलाधिकारी अश्विन मुदगल ने संजीदगी दिखाते हुए मूक प्राणियों को भीषण गर्मी में राहत दिलाने का बड़ा काम किया है।
मूक प्राणियों के लिए काम करने वाली संस्था पीपल्स फॉर एनीमल की संस्था की अध्यक्षा करिश्मा गिलानी ने जिलाधिकारी से गर्मी के दिनों में मूक प्राणियों के संरक्षण की अपील की थी। वैसे द प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुलिटी टू ड्रॉट एंड पैक एनिमल्स रूल्स एक्ट 1965 में मूक प्राणियों के संरक्षण का कानून है। इसी कानून के नियम 6 के तहत जिलाधिकारी ने पुलिस को कार्रवाई करने का आदेश जारी किया है।
जमाना भले ही तकनीक पर आधारित हो गया हो लेकिन आज भी बड़े पैमाने पर मूक जानवरों का इस्तेमाल माल ढुलाई और अन्य कामों के लिए होता है। लेकिन इसके लिए ख़ास नियम है जिन्हे अक्सर अमल में नहीं लाया जाता। करिश्मा गिलानी की ही पहल पर बीते दिनों बैलबंडी से माल ढुलाई कर रहे बैल और गाड़ी मालिक पर एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
इस आदेश में साफ़ किया गया है की जिले में किसी भी इलाके में दोपहर 12 से तीन के दौरान जानवरों की मदत से माल ढुलाई हो रही हो और तापमान 37 डिग्री सेल्सियश ये उससे अधिक हो तो ये नियम के विरुद्ध होगा। ऐसा कर रहे व्यक्ति पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करे। इस आदेश में मुताबिक पांच घंटे के अधिक समय तक जानवरों को बिना आराम दिए काम नहीं लिया जा सकता है।