नागपुर: सर्वधर्म समभाव के प्रतीक सूफी संत हजरत बाबा सैयद मोहम्मद ताजुद्दीन औलिया रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स ताजाबाद शरीफ, उमरेड रोड में आरंभ हो चुका है. उर्स के दूसरे दिन गुरुवार को हजरत बाबा ताजुद्दीन के दर्शनों व उनकी कृपा प्राप्त करने के लिये देश के कोने कोने से आए लोगों ने अपनी श्रद्धा प्रकट की. गुरुवार को ताजाबाद दरगार में हजारों श्रद्धालुओं ने बाबा हुजूर के समक्ष उनकी शान में नजराना, चादर व अकीदत के फूल पेश किए. आज लगभग 80 हजार श्रद्धालुओं ने बाबा हुजूर के दर्शनों का लाभ लिया.
आने वाले सभी श्रद्धालुओं के लिये हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट की ओर से अटूट लंगर की व्यवस्था की गई. संपूर्ण उर्स तक प्रतिदिन यहां लंगर का वितरण किया जाएगा. उसी तरह सराय व हाॅल में दूर से आने वाले भक्तों के लिये रूकने की सुलभ व्यवस्था ट्रस्ट की ओर से की गई है. कव्वालियों से परिसर गूंज रहा है. एक से बढ़कर एक कव्वाली गायक अपनी कव्वालियों के माध्यम से बाबा हुजूर को श्रद्धा अर्पण कर रहे हैं.
‘26 मोहर्रम’ यानी हजरत बाबा ताजुद्दीन की छब्बीसवीं के दिन रविवार 7 अक्तूबर को सुबह 10 बजे हजरत बाबा ताजुद्दीन ट्रस्ट के कार्यालय से दरबारी शाही संदल निकलेगा. संदल निकलने से पूर्व ट्रस्ट के कार्यालय में कलाम व कव्वाली, मेहमानों की दस्तारबंदी होगी और पवित्र चादर को सिर पर उठाया जाएगा.यहां से धूमधाम के साथ संदल मार्ग पर रवाना होगा.
सोमवार 8 अक्तूबर को सुबह 9 बजे छोटा कुलशरीफ की फातेहा होगी. रात 10 बजे आॅल इंडिया नातिया मुशायरा होगा. बुधवार 10 अक्तूबर को सुबह 10 बजे बड़े कुल शरीफ की फातेहा होगी. विशेष उल्लेखनीय है कि उर्स दौरान 10 अक्तूबर तक रोजाना नमाजे ईशा यानी रात की नमाज के पश्चात मिलाद शरीफ, वाज और महफिले कव्वाली होगी.
उर्स के मौके पर श्रद्धालुओं से अधिक से अधिक संख्या में उपस्थिति की अपील ट्रस्ट के न्यायालयीन प्रशासक गुणवंत कुबड़े, ट्रस्ट के कार्यकारी सदस्य अश्विन बेथारिया, अमान खान, केयर टेकर शहजादा खान, गुलाम मुस्तफा ने की है.