* समता पर्व पर पत्रकारों के लिए कार्यशाला का आयोजन
* सामाजिक न्याय और विशेष सहायता विभाग की पहल
नागपुर: कुछ सरकारी योजनाएं व्यापक जनहित की होती हैं। वरिष्ठ पत्रकार विनोद देशमुख ने मंगलवार को अपील की कि इस तरह की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जाए और समाज में अपनाए गए तरीके से लागू किया जाए।
सामाजिक न्याय एवं विशेष सहायता विभाग द्वारा मंगलवार को पत्रकारों के लिए ‘सरकारी रिपोर्टिंग एवं पत्रकारों की जवाबदेही’ विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। वे इसी विषय पर बात कर रहे थे। कार्यशाला में जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन नागपुर समिति के अध्यक्ष सचिन कलंत्री, समाज कल्याण विभाग के क्षेत्रीय उपायुक्त डॉ. सिद्धार्थ गायकवाड़, सहायक आयुक्त सुकेशिनी तेलगोटे, वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद कीर्ति, जिला सूचना अधिकारी प्रवीण टाके, जिला समाज कल्याण अधिकारी किशोर भोयर उपस्थित थे।
नागपुर में सुसंस्कृत पत्रकार हैं। हमारे पास ऐसी अंतर्दृष्टिपूर्ण पत्रकारिता की विरासत है। हम समाज कल्याण योजनाओं के लिए भी ऐसा कर सकते हैं। हम कुछ योजनाओं को अपनाए जाने के रूप में प्रचारित कर सकते हैं। सामाजिक न्याय विभाग में शिशुओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक कई सामाजिक मूलक योजनाएं हैं। वरिष्ठ पत्रकार विनोद देशमुख ने आग्रह किया कि पत्रकारों को हर योजना का अध्ययन करना चाहिए और अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचना चाहिए।
मीडिया का मुख्य उद्देश्य पाठकों को सूचित करना, शिक्षित करना और पाठकों का मनोरंजन करना है। पत्रकारिता का उद्देश्य सरकारी संस्थानों की निगरानी और सुधार करना है ताकि उन्हें लोक कल्याण के लिए काम किया जा सके। वर्तमान मीडिया का रुझान राजनीति, अपराध और मनोरंजन पर रिपोर्टिंग की ओर है। इसके साथ ही मीडिया को सामाजिक मुद्दों के साथ न्याय करने की जरूरत है। सामाजिक न्याय और विशेष सहायता विभाग के पास शिशुओं से लेकर वरिष्ठ नागरिकों तक कई योजनाएं हैं। उन्होंने कार्यशाला में आगे कहा कि इन योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाने में मीडिया की भूमिका अहम है और इसके लिए मीडिया को आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल करना चाहिए।
इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार मिलिंद कीर्ति ने भी विचार व्यक्त किए। सामाजिक न्याय विभाग सीमांत और हाशिये पर पड़े वर्गों के लिए काम करता है। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के रूप में जाने जाने वाले मीडिया द्वारा इस कारक को और अधिक प्रचारित करने की आवश्यकता है। समय के साथ-साथ सोशल मीडिया सहित विभिन्न माध्यमों के अस्तित्व में आने के बावजूद प्रिंट मीडिया पर नागरिकों का भरोसा अभी भी बना हुआ है। इस भरोसे को कायम रखना हर पत्रकार की जिम्मेदारी है। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि पत्रकारों को इस जिम्मेदारी को पहचानना चाहिए और समाज के एक जिम्मेदार तत्व के रूप में काम करना चाहिए।
जिला जाति प्रमाण पत्र सत्यापन नागपुर समिति के अध्यक्ष सचिन कलंत्रे ने कहा कि सामाजिक न्याय विभाग की स्थापना स्वतंत्रता पूर्व काल में हुई थी। यह वह वर्ग है जो जमीनी स्तर तक पहुंचता है। उन्होंने कहा कि यह राज्य का एकमात्र विभाग है जिसने विशिष्ट निधि आरक्षित की है।
जिला सूचना अधिकारी प्रवीण टाके ने ‘सरकारी योजनाएं और पत्रकारों की भूमिका’ विषय पर विचार व्यक्त किए।
प्रारंभ में कार्यक्रम की आयोजक सहायक आयुक्त सुकेशिनी तेलगोटे ने पत्रकारों की कार्यशाला के पीछे की भूमिका को स्पष्ट रूप से व्यक्त किया। क्षेत्रीय उपायुक्त डॉ. सिद्धार्थ गायकवाड़ ने कार्यशाला का परिचय देते हुए आम लोगों के लिए समाज कल्याण विभाग की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने वरिष्ठ नागरिक, स्वाधार योजना, कर्मचारी कल्याण समिति, गोइंग टू स्कूल सर्टिफिकेट पहल, सफाई कर्मियों के लिए स्कूल शुरू, छात्रवृत्ति योजना की जानकारी दी। कार्यक्रम का संचालन जनसंपर्क अधिकारी जयश्री धवराल ने किया। जिला समाज कल्याण अधिकारी किशोर भोयर ने धन्यवाद ज्ञापित किया।