– साफ़-सफाई में शामिल ठेकेदारों से सम्बंधित शिकायतें मिलने पर मनपा प्रशासक ने लिया निर्देश
नागपुर – नागपुर शहर में नदियों और नालों की सफाई करने वाले ठेकेदारों की सैकड़ों शिकायतें मिल रही हैं, ऐसे में मनपा प्रशासक व मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने नदी जहाँ साफ़ सफाई जारी हैं वहां पर जाकर कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नदियों और नालों के किनारे रहने वाले नागरिकों से बातचीत की। उन्होंने अधिकारियों को नागरिकों द्वारा दर्ज कराई गई शिकायतों को तुरंत दूर करने का निर्देश दिया।
मानसून के मौसम में बाढ़ को रोकने के लिए मनपा ने नदियों और नालों की सफाई शुरू कर दी है. नाग, पिवली और पोहरा नदियों समेत नालों की सफाई का काम जोरों पर है. स्वच्छता विभाग की ओर से प्रयास किया जा रहा है कि जून के मध्य तक नदी व नाले की सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाए.
मनपा प्रशासन को साफ़-सफाई को लेकर शिकायतें मिली कि नदी से गिला मलवा निकालकर बगल में फेंक दी जा रही है। बारिश के दौरान वापिस मलवा नदी में चली जाएगी। सम्बंधित ठेकेदार समूह का कहना है कि उन्हें गिला मलवा निकालने का ठेका दिया गया है,इस गिले मलवे को जमा करने के लिए न जगह दी गई और न निर्देश दिया गया,इसलिए नदी-नाले का पानी सुचारु रूप से बहे इस वजह से गिला मलवा नदी-नाले परिसर में ही बाजु में रखा जा रहा हैं. क्यूंकि साफ़-सफाई मुहीम का मुख्य उद्देश्य कीचड़ को हटाना और जल प्रवाह को साफ करना है। ठेकेदारों ने यह भी साफ़-साफ़ कहा कि उक्त कार्य में प्रशासन के निर्देशानुसार काम हो रहा इसमें कोई गड़बड़ी नहीं हुई हैं.
हालांकि, आयुक्त ने महाराजबाग पार्क, वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड मुख्यालय सिविल लाइन्स के निकट विकासनगर नाला, फ्रेंड्स कॉलोनी में नाला, एसआरए भवन में पीली नदी का हिस्सा, मानकापुर सडिचा कॉलोनी में नाला और राजपूत होटल से अशोक चौक तक बहने वाली उत्तरी नाला का निरीक्षण किया. इस दौरान मनपायुक्त को पुल के नीचे भारी मात्रा में कचरा मिला। फ्रेंड्स कॉलोनी के नाले में भी कचरा मिला। उन्होंने सदिच्छा कॉलोनी और झिंगाबाई टाकली में नागरिकों के साथ बातचीत की।
स्थानीय नागरिकों ने नाला का मामला आयुक्त के समक्ष उठाया. इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को नागरिकों की शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया। आयुक्त ने जोनल स्तर पर आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नदियों और नालों को लेकर नागरिकों की ओर से कोई शिकायत न हो.उन्होंने लोगों में जागरूकता पैदा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने के भी निर्देश दिए कि सफाई के बाद भी नदियों और नालों में कचरा जमा नहीं होगा।