नागपुर: अवैध धन रखने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करने वाले योग गुरु बाबा रामदेव खुद कर चोरी के आरोपों में घिर गए हैं। उत्तराखण्ड सरकार ने उनके पतंजलि योगपीठ को एक नोटिस जारी कर छह लाख, तिरासी हजार, चार सौ रुपए (683400) भरने के आदेश दिए हैं अथवा एक सप्ताह के भीतर उक्त नोटिस का संतोषजनक जवाब देने को कहा है।
उत्तराखण्ड सरकार का कहना है कि ये सारी रकम मनोरंजन कर की है जो पतंजलि योगपीठ ने नहीं चुकाई है।सरकार का कहना है कि पंतजलि योगपीठ ने फेस -1 में 136, योगपीठ फेस-2 में 863 और योगग्राम में 140 केबल कनेक्शन अवैध रूप से चलाए, साथ ही यहाँ आकर ठहरने वालों से केबल दिखाने के एवज में भुगतान भी प्राप्त किए लेकिन सरकार को मनोरंजन कर चुकाने में आनाकानी करते रहे।
सरकार ने शिकायत प्राप्त होने के बाद जाँच कराई तो मामला उजागर हुआ कि बिना जिलाधिकारी की अनुमति के पतंजलि योगपीठ में केबल टीवी नेटवर्क के संचालन के लिए नियंत्रण कक्ष भी स्थापित है तथा कई डिश एंटिना लगे हुए हैं। तमाम आकलन के बाद पतंजलि योगपीठ को छह लाख, तिरासी हजार, चार सौ रुपए (683400) के मनोरंजन कर चोरी का आरोपी पाया गया और इसके शीघ्र भुगतान अथवा स्पष्टीकरण के लिए नोटिस जारी किया गया।
उधर, पतंजलि योगपीठ के प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला ने कर चोरी के उक्त नोटिस को राज्य की कांग्रेस सरकार की शरारतपूर्ण कार्रवाई करार देते हुए कहा है कि संस्थान को अभी तक नोटिस प्राप्त नहीं हुआ है, मिलने पर उचित जवाब दिया जाएगा।