– पूर्व नागपुर के भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े ने आरोप लगाया
नागपुर -पूर्व नागपुर के भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े ने आरोप लगाया है कि महाज्योति संस्था के प्रबंध निदेशक ने एक खास कंपनी को 20 हजार टैब की खरीद का टेंडर दिलाने में बड़ी गड़बड़ी की है.
महाज्योति की ओर से 20 हजार टैब खरीदने के लिए GEM में टेंडर का पंजीयन हुआ था। नियमानुसार ठेकेदार को 3 % ‘सिक्योरिटी मनी’ देनी होती थी। लेकिन महाज्योति के अधिकारियों ने इस शर्त में ढील दी और 1% ‘सिक्योरिटी मनी’ के रूप में ली। चार कंपनियों ने तकनीकी और वित्तीय निविदाओं में भाग लिया जो बाद में खोली गईं। चारों कंपनियों ने एक ही BRAND के टैब सप्लाई करने की इच्छा जताई थी। इसमें तीन कंपनियां क्वालिफाई थीं।
इतनी रियायतें देने के बाद भी एक कंपनी ने जमा का भुगतान नहीं किया लेकिन वही कंपनी योग्य दर्शाते हुए टैब आपूर्ति का कार्यादेश दिया गया।
भाजपा विधायक कृष्णा खोपड़े ने आरोप लगाया है कि इससे पता चलता है कि अधिकारियों ने उसी कंपनी(जिस कम्पनी को कार्यादेश दिया गया ) से टैब खरीदने के लिए पहले ही लेन-देन कर समझौता कर लिया था। उक्त समझौते के तहत लाखों रुपये की हेराफेरी की गई है. जब इस बारे में सम्बंधित अधिकारियों से जानकारी मांगी गई तो वे गोलमाल ने जवाब देकर चलते बने। खोपड़े ने यह भी आरोप लगाया है कि वित्त अधिकारी पर जल्द से जल्द बिल निकालने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
खोपड़े ने कहा कि यह अनियमितता महाविकास आघाड़ी के कार्यकाल के दौरान हुई थी और तत्कालीन राज्य मंत्री बच्चू कडू ने भी आनन-फानन में टैब की खरीद के लिए प्रकाशित निविदा को निलंबित करने का आदेश दिया था.