– गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने कोयला मंत्रालय को ज्ञापन सौंपा, झूठे आश्वासन व लालीपाप की ड्रामेबाजी का आरोप
नागपूर – वेकोलि के समस्त क्षेत्रीय प्रबंधकों से लेकर मुख्य प्रबंध निदेशक(CMD) तक सभी संबंधित अधिकारियों को आभास होने लगा है कि श्रमिकों को उनके हक व अधिकार दिलाने के लिए वाहन आपूर्ती ठेका फर्म नियोक्ता द्वारा श्रमिकों को बारंबार झूठे अश्वासन और लालीपाप देकर उनका आर्थिक शोषण बदस्तूर जारी है ? ज्ञापन में स्पष्ट किया है कि गोंदिया की तीनो ट्रवल्स एजेन्सियों के नियोक्ता श्रमिकों को ठेंगा दिखाकर वेकोलि अधिकारियों,केंद्रीय श्रम आयुक्त,भविष्य निर्वाह निधी आयुक्त और कर्मचारी राज्य बीमा निगम के अधिकारियों को सच्चाई से गुमराह कर रहे है ?
तत्संबंध में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वरिष्ठ सदस्य और पूर्व शाखाध्यक्षा श्रीमती मेघाताई ऊईके,वरिष्ठ सदस्या श्रीमती गंगूबाई चालुरकर,नमामीताई ध्रुबे, सदस्य मणीराम सहारे,रमेश बुधराजा, वंदनाताई कोटगुले,अनधाताई मरकाम, श्रीमती गोमतीताई गेडाम, नामदेवराव चव्हाण,राकेश चौधरी, चंद्रभान निमजे,आर बी सिंह ठाकुर,बिहारीसिंह इत्यादी ने अपने संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त शिकायती बयान में केन्द्र सरकार के कोयला मंत्रालय को चेताया है कि एक महिने के भीतर यदि वेकोलि के वाहन आपूर्ती ठेका फर्म नियोक्ता के श्रमिकों को पूर्णरूपेण उनका हक अधिकार नही दिलाया गया तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के सैकडों-हजारों कार्यकरता वेकोलि के वरिष्ठ अधिकारियों का घेराव करके इस अन्याय का जमकर प्रतिकार किया जाएगा ? तथा उन्होने वेकोलि के वाहनापूर्ति का ठेका फर्म नियोक्ता की तीनों वाहन एजेन्सियों को ब्लैकलिष्ट करने की मांग की है ?
तत्संबंध में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की तरफ से कोयला मंत्रालय को ज्ञान सौंपा गया है.ज्ञापन मे बताया गया है कि वेकोलि मे वाहन आपूर्ती की गैरकानूनी करतूतों की वजह से वेकोलि मुख्यालय में कार्यरत संबंधित अधिकारी हैरान और परेशान नजर आने लगे हैं ?
उन्होने आगे बताया कि गोंदिया की तीनों वाहन एजेन्सियों के वाहन श्रमिक भी बहुत परेशान एवं हैरान तो हैं. तत्संबंध मे सच पूछा जाए तो वेकोलि बल्लारशाह एरिया,माजरी एरिया, वनीनार्थ एरिया, चंद्रपुर एरिया माजरी एरिया और नागपूर एरिया की उमरेड और सावनेर एरिया की खदानों के सब एरिया मैनेजरों, सुरक्षा अधिकारी, वेल्फेयर आफिसर,सतर्कता विभाग तथा कामगार अधिकारी द्वारा बारंबार चेतावनी-सूचना दिये जाने के बावजूद भी वाहन सरगना बाज नही आ रहा है ?
उन्होने आगे बताया कि वेकोलि मे वाहन आपूर्ती ठेका फर्म1). मेसर्सः बालाजी ट्रवल्स,2).मेसर्सःवेंकटेश ट्रवल्स एवं 3).मेसर्सः चौधरी ट्रवल्स इत्यादी तीनों ट्रवल्स एजेन्सियों के सभी श्रमिकों का पूर्णरुपेण कर्मचारी बीमा निगम (ESIC),भविष्य निर्वाह निधी(EPF), बैंक अकाऊन्ट के माध्यम से न्यूनतम वेतन का भुगतान,बौनस और अन्य भत्तों का भुगतान करने मे फर्म नियोक्ता आनाकानी कर रहा है ?
बताते है कि पिछले वजट वर्ष 2019–2020 तथा 2020–2021 में जो भविष्य निर्वाह निधी राशि का भुगतान किया गया था,वह ऊंट के मुंह में जीरा की तरह साबित हुआ है ?
बताते है कि कर्मचारी बीमा निगम अधिकारियों ने फर्म नियोक्ता को श्रमिकों की ESIC राशी भुगतान का नोटिस दिया था,जिसमे मात्र मेसर्सः बालाजी ट्रवल्स के श्रमिकों का आधा-अधूरा ESIC की रकम का भुगतान किया है परंतु अभि तक मेसर्सः व्यंकटेश ट्रवल्स व मेसर्सः चोधरी ट्रवल्स के श्रमिकों का ESIC राशि का भुगतान किया ही नही है ?
कोयला तस्करी के लिए ट्रक आपूर्ती का धंधा
गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के महासचिव की माने तो वाहन सरगना का करीबन 25 से 30 ट्रक वेकोलि मे आपूर्ती का ठेका बतौर धंधा शुरु है परंतु ट्रकों में कार्यरत चालक व क्लीनरों को भी श्रमिकों को मिलने वाले वेतन और अन्य भत्तों का लाभ से वंचित रखा जा रहा है ? बताया गया है कि दिन भर उन ट्रकों से वेकोलि खदानों में आवश्यक मटेरियल और सामान की ढुलाई का कार्य करना और रात के समय ये ट्रको कोयले की कालाबाज़ारी शुरू हैं.
वेकोलि की निविदा कमेटी की माने तो वे वाहन सरगना वेकोलि कर्मियों,अधिकारियों और यूनियन वालों को सुनहरे प्रलोभन और लालीपाप देता रहता है ?
रिंग बनाकर ठेका हथिया रहे
वेकोलि मे निविदा कमेटी अभियांत्रिकी सदस्यों की माने तो वरिष्ठ अधिकारियों की मिलिभगत और सांठगांठ के जरिए वाहन सरगना ठेका प्राप्त करते है ? इतना ही नही अन्य प्रतिस्पर्धी निविदा धारकों के साथ रिंग बनाने तथा ई-निविदा प्रपत्र प्रस्तुत ना करने के लिए कालाबाज़ारी बेखौफ चल रहा है ?
बताते है कि वेकोलि में ट्रक आपूर्ती मामले में बड़ा ही गोलमाल चल रहा है ? वेकोलि की ओर से नियोजित कार्यों का अधिक भुगतान किया जा रहा है ? वेकोलि मे गुप्ता की मनमानी शुरु है
बताते है कि गत दिसंबर 2021 मे न्यूनतम वेतन और ESIC भुगतान की मांगों के लेकर श्रमिकों ने काम बन्द आंदौलन करने की चेतावनियां दी थी ? परंतु वाहन सरगना ने श्रमिकों को मांगोनुरुप वेतन भुगतान का सुनहरा प्रलोभन और लालीपाप दिखाकर कर शांत करवा दिया ? परंतु अभी तक श्रमिकों बकाया ESIC,EPF, न्यूनतम वेतन,बोनस और अन्य भत्तों का भुगतान किया ही नही है ?
कल्याण विभाग के सूत्रों की माने तो आदोलनकारी श्रमिकों को मनाने के लिए षडयंत्रकारी दलाल पाल रखे है ?
इस तरह की गैरकानूनी कार्यप्रणालियों में लिप्त वाहन सरगना पर आवश्यक कार्यवाई नही होने से वेकोलि अधिकारियों को हलाकान होना पड़ रहा है ? इस प्रकरण की जानकारी से कोयला मंत्रालय भी हलाकान है ?