नागपुर: राज्य के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस और उनके करीबी नगरसेवक मुन्ना यादव पर कांग्रेसी नेता नारायण राणे ने टिप्पणी की। राणे की
टिप्पणी से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओ ने राणे का पुतला फूंका। पर इस प्रदर्शन के दौरान पार्टी के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए।
अजनी चौक पर एकत्रित होकर कार्यकर्ता प्रदर्शन तो राणे के खिलाफ कर रहे थे। पर अचानक दो कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ गए। राणे के पुतले को आग के हवाले करने के बाद कार्यरत पुतले को लात मार रहे थे। इसी दौरान दो कार्यकर्ता आपस में ही फ्री स्टाइल से मारपीट करने लगे। चंद पल के लिए हुई इस लड़ाई में दोनों कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे पर कई चाटे जड़ दिए। अचानक हुई इस लड़ाई से सब दंग रह गए। यह लड़ाई ज्यादा देर तक चले इससे पहले वहां मौजूद मीडिया के सदस्यों ने झगड़ा छुड़ाया और दोनों कार्यकर्ताओं को अलग किया। दोनों को छुड़ाने वाले सामना के पत्रकार महेश उपदेव ने कार्यकर्ताओं के इस व्यवहार पर हैरानी जताई।
एक ही पार्टी के इन दो कार्यकर्ताओं की यह लड़ाई की वजह का तो पता नहीं चल पाया है। यह आपसी मनमुटाव का नतीजा था या कुछ और। पर हा विरोधियों के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान दो कार्यकर्ताओं का यह आपसी झगड़ा संस्कारी पार्टी के लिए मजाक साबित होने जैसा है।
गौरतलब हो कि पूर्व मुख़्यमंत्री नारायण राणे ने राज्य के लॉ एंड ऑर्डर पर टिप्पणी करते हुए नागपुर और मुन्ना यादव का जिक्र किया था। अब यह उदहारण पेश कर बीजेपी कार्यकर्ता राणे की बात का विरोध कर रहे थे या समर्थन इसका निष्कर्ष पाठक यह विडिओ देख कर लगाए।