२४ मार्च २०२१ को एनकेपी सालवे वैद्यकीय महाविद्यालय एवं लता मंगेशकर हॉस्पीटल, हिंगना रोड, नागपुर के छाती व श्वसनरोग विभाग द्वारा विश्व क्षयरोग दिवस मनाया गया. विश्व क्षयरोग दिवस २०२१ का घोषवाक्य है, ‘दि क्लॉक इज टीकींग’. इसका अर्थ, क्षयरोग को हराने के लिए विश्व के एवं भारतीय नेताओं ने दिए हुए अभिवचनों पर कार्य करने का समय निकला जा रहा है. सच कहें तो, कोविड-१९ ने क्षयरोग को समाप्त करने की प्रक्रिया एवं योजना को आघात पहुचाया है.
विश्व क्षयरोग दिवस के उपलक्ष पर आयोजित कार्यक्रम का प्रास्ताविक डॉ. शशी कलंत्री (वैद्यकीय अधिकारी, आरएनटीसीपी, एनकेपी सालवे वैद्यकीय महाविद्यालय एवं लता मंगेशकर हॉस्पीटल) ने किया.
कार्यक्रम के अध्यक्ष स्थान पर डॉ. बी. ओ. तायडे (प्राध्यापक- छाती व श्वसनरोग विभाग, एनकेपी सालवे वैद्यकीय महाविद्यालय एवं लता मंगेशकर हॉस्पीटल) तथा इस महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. काजल मित्रा कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे. नागपूर शहर के प्रख्यात छातीरोग तज्ञ डॉ. रवींद्र सरनाईक, उप-अधिष्ठाता डॉ. विलास ठोंबरे, वैद्यकीय अधीक्षक डॉ. नितीन देवस्थले, त्वचारोग विभाग प्रमुख डॉ. मिलिंद बोरकर, बालरोग विभाग के डॉ. गिरीश नानोटी, प्रा. डॉ. अनिल सोनटक्के, सह-प्रा. डॉ. सुमेर चौधरी, डॉ. एस. एम. खान तथा छाती व श्वसनरोग विभाग के अन्य शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारी इस वक़्त उपस्थित थे.
आभार प्रदर्शन डॉ. अपर्णा पावडे (वैद्यकीय अधिकारी, डीआर टीबी सेंटर, ल.मं.हॉ.,) ने किया. श्री. सुरेंद्र सातपुते (टीबी एचव्ही), श्री. सुधीर चव्हाण (एस.ए.), श्रीमती शीला बागडे (लिपीक) ने कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रयास किये.