नागपुर– महाआघाडी सरकार ने नागपुर समेत पूर्व विदर्भ के 6 जिलों के जिला नियोजन समिति के डीपीसी निधि में बड़े प्रमाण में कटौती की है. जिसके कारण विकास कामों में अड़चने निर्माण हो रही है. इसके कारण 6 जिलों के विकास कामो में रुकावट होगी. पूर्व विदर्भ को छोड़कर किसी भी अन्य जिलों की निधि में कटौती नहीं की गई है. यह जानकारी सोमवार 9 मार्च को पूर्व मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्र परिषद् में दी.
इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया है की यह कटौती राजनीती से प्रेरित है, पूर्व मुख्यमंत्री फडणवीस नागपुर और पूर्व वित्तमंत्री सुधीर मुनगंटीवार चंद्रपुर का प्रतिनिधित्व करने के कारण ही इन जिलों में निधि में कटौती की गई है. उन्होंने कहा की नागपुर जिले में एक राष्ट्रवादी और दो कांग्रेस के असरदार मंत्री होने के बावजूद भी वे नागपुर जिले के निधि के कटौती को रोक नहीं सके. नागपुर जिले के पालकमंत्री ने जिला नियोजन समिति के निधि में कटौती नहीं करने की बात कही थी. लेकिन 125 करोड़ रुपए की कटौती की गई. चंद्रपुर में भी कांग्रेस के बड़े नेता और मंत्री होने के बावजूद भी चंद्रपुर की निधि में 127 करोड़ रुपयों की कटौती की गई.
उन्होंने कहा की भाजपा सरकार में नागपुर जिले को 525 करोड़ रुपए विकास निधि दिया गया था. लेकिन अब उतना भी निधि कायम नहीं रखा गया है. उन्होंने कहा की निधि कटौती के मामले में राष्ट्रवादी के मंत्री का वर्चस्व ज्यादा दिखाई दे रहा है. उन्होंने यह भी बताया की पुणे, सांगली, सातारा , सोलापुर, कोल्हापुर के डीपीसी निधि में बढ़ोत्तरी की गई है. उन्होंने कहा की किसी भी जिले का निधि बढ़ाने से उन्हें संकोच नहीं है. लेकिन विदर्भ के निधि में कटौती नहीं की जानी चाहिए थी.
उद्धव ठाकरे अयोध्या के राम मंदिर गए थे. रामटेक के लिए 50 करोड़ रुपए मंजूर किए गए थे. मुख्यमंत्री से 10 करोड़ रुपए मंदिर के लिए मांगे थे. लेकिन अभी तक नहीं दिए गए. उन्होंने कहा की तोतलाडोह के जामघाट तक पानी के टनल के लिए पिछली सरकार ने 4 हजार करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी. लेकिन इस सरकार ने अब तक निधि नहीं दिया है. जो की बहोत जरुरी है. अगर टनल नहीं बनाई गई तो नागपुर जिले समेत आसपास में पानी की काफी किल्लत हो सकती है. उन्होंने कहा की सरकार के खिलाफ आनेवाले दिनों में प्रदर्शन किए जाएंगे.
इस पत्र परिषद् में जिलाध्यक्ष अरविंद गजभिये,महानगर अध्यक्ष प्रवीण दटके,विधायक गिरीश व्यास, समीर मेघे,टेकचंद सावरकर,पूर्व विधायक मल्लिकार्जुन रेड्डी, समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.