महानगरपालिका आयुक्त मा. तुकारामजी मुंडे ने बिना किसी सोच-विचार के शहर के सभी व्यापारियों को व उनके यहां काम कर रहे कर्मचारियों को कोरोना की जांच कराने के निर्देश दिए हैं यह एक दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। शहर में लगभग आठ लाख व्यापारी है और नागपुर महानगर पालिका द्वारा ऐसी किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं की गई है जिससे इतने सारे लोगों की जांच एक साथ की जा सके। नागपुर महानगर पालिका के स्वास्थ्य केन्द्रो पर कराई जानेवाली जाँच के पश्चात डॉक्टरों द्वारा कोरोना संक्रमित पेशेंट के अलावा निगेटिव लोंगो की रिपोर्ट नहीं दी जाती ।
साथ ही इस जाँच में जो व्यक्ति नेगेटिव पाया जायेंगा वह अपने आप को सुरक्षित महसूस करने लगेगा और अपने व दुकान में आनेवाले ग्राहकों के प्रति लापरवाह हो सकता है।
टेस्ट करना यह अत्यंत आवश्यक है हम उसका विरोध नही कर रहे हैं। लेकिन सिर्फ व्यापारियों ने ही करना चाहिये उसका निश्चित ही विरोध है। करना है तो पूरे शहर का करिये लेकिन मात्र व्यापारियों का करें यह हिटलरशाही निर्णय है व भी बिना व्यवस्था के, बिना किसी से चर्चा करके, बिना रोड मैप बना के, हुम् उसका विरोध कर रहे हैं।
हम मा. तुकाराम मुंडेजी से निवेदन करते हैं कि वे अपने इस फैसले पर पुन: विचार करें और इस तुगलके फैसले को रद्द करें,अन्यथा नागपुर के व्यापारियों के साथ इस फैसले के खिलाफ संघर्ष कर सडक पर उतरकर जन आन्दोलन किया जाएगा।