वेल्डिंग गैस का सिलेंडर फटा, धमाके से आसपास के मकानों के शीशे टूटे
गोंदिया: तिरोड़ा थाने के सामने बाजार परिसर में सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर फुटपाथ किनारे बनायी गई कच्ची-पक्की 16 दुकानों में गुरूवार 30 मई तड़के 3 बजे भीषण आग लग गई।
उक्त हादसा वेल्डिंग दुकान में भीतर रखे कार्बेट सिलेंडर में भयंकर विस्फोट की वजह से हुआ। धमाका इतना जर्बदस्त था कि, इसकी गूंज 50 मीटर तक दूर तक सुनायी दी तथा आस-पास के मकानों के दरवाजे व खिड़कियों के शीशे चटककर टूट गए। स्पार्क होने पर आग लगने से वेल्डिंग में इस्तेमाल होने वाला गैस सिलेंडर फटा और उसके जलते हुए टूकड़े सामने के दुकानों की चाल पर जा गिरे जिससे सामने की 6 दुकानें भी सुलग उठी। लिहाजा बिछायत केंद्र, साइकिल स्टोर्स, ऑटो पार्टस, सलून शॉप, गैस वेल्डिंग, जनरल स्टोर, कप-बसी (क्राकरी), फ्रूट, पान सेंटर, टेलर, चाय-नास्ता दुकान आदि धू-धूकर जल उठी और इस भयावह अग्निकांड ने रौंद्र रूप धारण कर लिया। हादसे की जानकारी तिरोड़ा न.प.फायर स्टेशन के अधिकारी रामेश्वर घोलवे तथा अदानी प्लांट के फायर स्टेशन के इंचार्ज त्रिलोकसिंग पाचाल को दी गई.
मौके पर पहुंची दमकल विभाग की 3 गाड़ियों ने लिक्विड केमिकल और पानी का छिड़काव करते हुए आग पर काबू पाने की मश्कत शुरू की।
गनीमत थी कि, सिलेंडर विस्फोट का हादसा तड़के उस वक्त घटित हुआ जब बाजार की सड़कें सूनी और चारों ओर वीरानी छायी थी। अगर यह हादसा दिन में घटित होता तो कई बेगुनाहों की जान चली जाती, इस हादसे में फिलहाल कोई जनहानी नही हुई है और ना ही किसी के हताहत होने की खबर आ रही है।
तिरोड़ा पुलिस ने जानकारी देते बताया, पंचनामा कार्रवाई शुरू की गई है, आग लगने की घटना यह सामान्य थी या फिर किसी की शरारत ? इस दिशा में भी जांच पड़ताल की जायेगी। गैस वेल्डिंग की दुकान में रखा कार्बेट सिलेंडर गर्मी की वजह से फटा या फिर शॉर्टसर्किट अथवा स्पार्किंग की वजह से उसमें आग लगी, इन सारी बातों की जांच पड़ताल की जा रही है तथा दुकान के भीतर कौन-कौन से ज्वलनशील पदार्थ रखे थे, इस दिशा में भी तफ्तीश जारी है।
बहरहाल इस भीषण अग्निकांड से 16 दुकानों के भीतर रखा सामान, मशनरी व संपत्ति जलकर खाक हो गई है और फुटपाथ पर बैठकर छोटा-मोटा कारोबार कर अपनी रोजी- रोटी चलाने वाले दुकानों का रोजगार छिन जाने की वजह से अब उनपर आर्थिक संकट का बोझ गहरा गया है।
लापरवाही पूर्वक रखा गया था कार्बेट गैस सिलेंडर
अब इस घटना के बाद आसपास के रिहायशी इलाके के बाशिंदे खौफ में है। चश्मदीदों की मानें तो वेल्िंडग दुकान में कार्बेट गैस सिलेंडर लापरवाही पूर्वक रखे जाते थे जिसमें एसीसिलिंग गैस और एलपीजी ऑक्सीजन गैस मिक्स होता है, इनमें अलग से ऑक्सीजन देने की जरुरत नही होती। ज्यादा गर्मी के कारण अथवा स्पार्क होने के कारण इस गैस सिलेंडर में आग लग गई और फटते ही उसने जम्प किया तथा सुलगते हुए आग के गोले रोड के दुसरे शोर पर स्थित दुकानों पर जा गिरे इतना ही नही, इस भीषण सिलेंडर विस्फोट से भूकंप जैसे झटके महसूस किए गए और मकानों के दरवाजे और खिड़कियों के शीशे टूट गए। अगर यह दिन में हादसा घटित होता तो एक बड़ी मुसीबत का सबब बन जाता।
– रवि आर्य