मुंबई: मुंबई अप्रैल 2016 में गायब हुईं महाराष्ट्र पुलिस की असिस्टेंट इंस्पेक्टर अश्विनी बिदरे-गोरे के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले में गिरफ्तार किए गए चार लोगों में से एक ने कहा है कि अश्विनी को सीनियर इंस्पेक्टर अभय कुरुंदकर (मुख्य आरोपी) ने मारा है. पुलिस के मुताबिक अभय ने अश्विनी को मारने के लिए पॉवर कटर का इस्तेमाल किया है मारने के बाद बॉडी को खाड़ी में फेंका. यह सनसनीखेज खुलासा अश्विनी बिदरे मामले में गिरफ्तार आरोपी महेश फणनिकर ने किया है. उसने पूछताछ में बताया कि अभय कुरुंदकर ने पावर कटर से अश्विनी कि बॉडी को टुकड़े में काटकर उसे वसई के खाड़ी में फेंक दिया था.
दो दिनों तक शव के टूकड़े फ्रिज में रखे
बता दे कि महेश फणनिकर इस मामले में मुख्या आरोपी सीनियर इंस्पेक्टर अभय कुरुंदकर का दोस्त है. महेश फणनिकर ने आगे बताया कि अभय ने अश्विनी के शरीर के टुकड़े करने के बाद उसके कटे हुए बॉडीपार्ट्स को भायंदर स्थित अपने फ्लैट में दो दिनों तक फ्रिज में रखा. महेश फणनिकर के बयान के बाद पुलिस ने किडनैपिंग के मामले में हत्या और सबूत मिटाने के आरोपों को भी दर्ज कर लिया है.
ऐसे गायब हो गई थी महिला अधिकारी
पुलिस के मुताबिक, अभय और अश्विनी के बीच प्रेम संबंध था, अभय ने उससे शादी का वादा भी किया था. अश्विनी मुंबई के कामोठे में स्तिथ ह्यूमन राइट्स कमीशन के ऑफिस में तैनात थी. 15 अप्रैल 2016 को वो अपने ऑफिस से घर के लिए निकलीं, लेकिन 18 महीने बीत गए हैं, न तो अश्विनी घर पहुंची हैं और ना ही उनका कोई सुराग मिला है. अश्विनी के घरवालों ने पुलिस अधिकारी अभय कुरुंदकर के ऊपर अश्विनी को गायब करने का आरोप लगाया. अश्विनी के घरवालों ने कलामबोली पुलिस थाने में जाकर आरोपी पुलिस अधिकारी अभय के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी. पुलिस को शक है कि अश्विनी को रास्ते से हटाने के लिए पहले अपहरण किया गया और फिर उसकी हत्या कर दी गई. फिलहाल कलंबोली पुलिस अज्ञात स्थान पर अभय कुरूंदकर से पूछताछ कर रही है, ताकि इस पूरे मामले की तह तक पहुंचा जा सके.