नागपुर: आज से नागपुर जिले में गणेशोत्सव की परंपरागत ढंग से शुरुआत हो गई है। यह त्यौहार नागपुर शहर में ही नहीं बल्कि जिले सह सम्पूर्ण महाराष्ट्र में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सिर्फ शहर में सार्वजानिक तौर पर लगभग हर गली में एक-अनेक मंडलों द्वारा हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। वहीँ दूसरी ओर आगामी मनपा चुनाव के मद्देनज़र असक्षम अधिकांश मंडलों ने आगामी मनपा चुनाव लड़ने के इच्छुकों से अच्छा-खासा खर्च वसूल किये जाने की खबर है।
सूत्र बतलाते है कि वर्तमान में नगरसेवकों को गणेशोत्सव हेतु मांगो अनुरूप चंदा देने में कमर टूट गई। कोई नगदी में ४-५ हजार कम से कम तो कोई चावल के टन भर वाले पोते, तो कोई तेल के पीपे, तो कोई महँगे संदल, तो कोई सजावट के खर्च की मांग करते पाए गए।
यह तो एक की मांग थी, तो कई वर्तमान नगरसेवकों का क्षेत्र बड़ा होने के कारण किसी ने १० तो किसी ने ३०-३५ मंडलों को तोलमोल कर चंदा दिया। नगरसेवकों में से कुछ के चुनाव लड़ने की उम्मीद कम या अगला मौका मिलने की उम्मीद कम होने से उन्होंने सिमित मंडल को ही संतुष्ट किया। कई नगरसेवक खुद किसी न किसी मंडल से जुड़े होने के कारण उन्होंने भी अपने मंडल का आर्थिक भार अपने शुभचिंतकों के मदद से उठा लिया है। इतना ही नहीं कई नगरसेवक अपने-अपने घरों में धूमधाम से गणेशोत्सव हर वर्ष मानते है। इस वर्ष और धूमधाम से मना कर महाप्रसाद करने वाले है। यह भी जनसंपर्क का बढ़ा आगाज ही कहा जायेगा तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होंगी।
वहीँ मनपा में ठेकेदारी करने वाले छोटे-बड़े-दिग्गज ठेकेदारों ने भी मांगकर्ताओं में जमकर चंदे बांटे, फिर उनकी इच्छा से हो या फिर मज़बूरी।
– राजीव रंजन कुशवाहा