उत्तर नागपुर से उम्मीदवार प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन राऊत का बयान
नागपुर: राज्य विधानसभा चुनाव के क्रम में कल आवेदन जमा करने का अंतिम दिन था.नागपुर में भाजपा उम्मीदवार मुख्यमंत्री समेत उत्तर नागपुर से उम्मीदवार प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष नितिन राऊत ने आवेदन दाखिल की.जिसके बाद मीडिया से चर्चा करते हुए राऊत ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा ने जनता से जितने भी लोकलुभावन वादे किये,जिसे सरकार में आते ही भाजपा ने पूर्ण नहीं किया,अर्थात भाजपा सरकार निकम्मी साबित हुई.
राऊत ने आगे कहा कि नागपुर में आरएसएस का मुख्यालय के साथ ही दीक्षाभूमि हैं.इसलिए शहर का वातावरण धर्मनिरपेक्ष रहता हैं.इन दिनों त्यौहार का मौसम हैं,जनता-जनार्दन त्योहारों में लीन हैं.
लोकसभा और विधानसभा चुनावों का समीकरण,माहौल,रणनीति,वातावरण काफी भिन्न होता हैं.इसलिए दोनों चुनावों को एक नज़र से न देखा जाए.राज्य और केंद्र में भाजपा सरकार से जनता को जो उम्मीदें थीं,वह पूरी नहीं हुई.सरकार में आने से पहले विदर्भ के साथ न्याय,पृथक विदर्भ,विदर्भ के बेरोजगारों को रोजगार के अवसर दिलवाने जैसे अनगिनत वादे किये थे जरूर लेकिन रत्तीभर पूर्ति नहीं कर पाए.विदर्भ की जनसंख्या आधार पर रोजगार उपलब्ध करवाने का वादा किये थे,औद्योगिक क्षेत्रों में बड़ी बड़ी कंपनियां लाने में असफल रहे,इसके साथ ही पिछले ५ वर्षों में विदर्भ की शिक्षण संस्थाएं सरकारी नित से क्षुब्ध होकर बंद हो गई.
राज्य सरकार ने पिछले ५ वर्षों में कोई ठोस या उल्लेखनीय कार्य नहीं किया,खेती-किसानी समस्याएं पिछले कार्यकाल में बढ़ी न की घटी,सरकारी योजनाएं कागजों तक सिमित रही.
मुंबई कांग्रेस के फायरब्रांड नेता संजय निरुपम के सवाल कि उन्हें कांग्रेस या बड़े नेता तवज्जों नहीं दे रहे,वे पार्टी छोड़ने की धमकी दे रहे.इस सवाल पर राऊत ने कहा कि कांग्रेस में उम्मीदवारी मांगने का अधिकार सभी को हैं.वहीं टिकट देने का अधिकार पार्टी के जिम्मेदार शीर्षथ्यों का हैं.एक बार उम्मीदवारी घोषित होने के बाद सभी ने पार्टी से निष्ठां जताते हुए स्वीकार करना चाहिए। पार्टी का निर्णय को अपनाकर दिए गए निर्देशों का पालन किया जाना ही चाहिए। इसलिए निरूपम को व्यक्तिगत सलाह यह हैं कि पार्टी की छवि दुरुस्त करने में अपना श्रेष्ठ योगदान दे.यह भी सत्य हैं कि मुंबई में निरुपम को मानने वाला वर्ग उनके साथ हैं.निरुपम के पार्टी छोड़ने के सवाल पर राऊत का जवाब था कि वे ऐसा नहीं मानते।
नागपुर जिले में इस दफे कांग्रेस की स्थिति के सन्दर्भ में उन्होंने कहा कि सिर्फ शहर में ५ लाख के आसपास दलित मतदाता हैं,जिसमें से २ लाख के आसपास उत्तर नागपुर में हैं.दलित व मुस्लिम समुदाय वर्षों से कांग्रेस की परंपरागत मतदाता रही.पिछली दफा विपक्ष की लोकलुभावन वादे के झांसे में आने से इन परंपरागत मतों का विभाजन हुआ था.अब चूँकि जनता भाजपा नित से भली-भांति वाकिफ हो चुकी हैं.इस विस चुनाव में पिछले चुनाव के बनस्पत बेहतरीन प्रदर्शन करेंगी।