सावनेर – कुछ दिनों से भारी बारिश के कारण नदियों में अच्छी खासी बाड़ आ जाने के कारण नदियों में रेती आ गई है। और नदी का पानी कम होते ही नदी में अवैध रूप से रेती का उत्खनन किया जा रहा है। सावनेर तहसील के अंतर्गत खापा ,करजघाट, रामडोंगरी, वाकोड़ी, गोसेवाड्री ,ईसापुर गावों के रहवासी रेत माफिया सैकड़ो की संख्या में ट्रेक्टर से रेती ढुलाई कर नदी से दूर रेती जमा कर रात हो या दिन जे. से.बी.की सहायता से सेकड्रो की संख्या में ट्रक भरते (लोडिंग )करते है। और अच्छा खासा पैसा कमा रहे है।
जो की सरकारी राजस्व का नुकसान कर रहे है।जो इनके लिए आम बाते है। और जगह जगह पर अधिकारी की निगरानी के लिए लड़के व खुद निगरानी कर चार चाकी वाहन में रहकर अधिकारी के आंख में धूल देकर अपना काम बेखूबी करने में सफल साबित हो रहे है।
इतना ही नहीं रेत माफिया कुछ अधिकारियों को पैसे की घुस दे देते है। ताकि वह अधिकारी उन रेत माफियाओं पर कारवाही न कर सके। अगर इसी, प्रकार रेत माफिया रेत की तस्करी करते रहे आने वाले समय में जो रेत के घाटों का ठेका होने वाला है वो नही हो पाऐगा।क्योंकि रेत माफिया रेत घाटों से लगभग भारी मात्रा में रेती चोरने में सफल होंगे, जब रेती घाटों में रेती ही नहीं रहेगी तो ठेकेदार रेती घाट नहीं लेंगे परिणाम स्वरूप ये होगा, की रेती की कीमत बहुत बड़ जायेंगी और आम नागरिकों को रेत की ज्यादा कीमत देनी पड़ेगी।और परिसर हो या शहर के बंधकाम में लगनेवाली रेत के कारण भारी रुकावट आ शक्ति है। अगर माफिया रेत की इसी तरह रेत की तस्करी करते रहे ,तो बेखौफ हो जाएंगे और प्रशासन से भी नही डरेंगे।
तहसील कार्यालय ने करनी चाहिए कार्यवाही
सावनेर के तहसीलदार ने इस गावों में हो रही रेत तश्करो पर कारवाही करनी चाहिए ताकि, सरकारी राजस्व का ये लोग ज्यादा नुकसान करने में सफल न हो सके। गांव के पटवारी और मंडल अधिकारी को निर्देश देना चाहिए।और रेत तश्करो पर कठोर करवाही करनी चाहिए.
पोलिश प्रशासन की लापरवाही
पोलिश प्रशासन का काम है कि इन रेत तश्करों पर कड़ी से कड़ी करवाही कर इन वाहन चालकों व इनके वाहनों पर गुनाह दाखिल कर सख्त करवाही करनी चाहिए।लेकिन उनकी लापरवाही से तस्करी बढ़ते जा रही है।