नागपुर – महाराष्ट्र सरकार द्वारा उन एवजदारों को स्थायी करने का मार्ग साफ़ कर दिया जो नागपुर महानगर पालिका में कार्यरत तो है लेकिन जिन्होंने “मूल एवजी कार्ड” घुमा दिया है. ज्ञात रहे की वर्ष 2019 में महाराष्ट्र सरकार ने नागपुर महानगर पालिका के कार्यरत ऐसे एवजदार जिन्होंने 20 वर्ष या उससे ज्यादा का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है उनको आधी संख्या पद निर्माण कर स्थायी करने का निर्णय लिया था. जिसके फलस्वरूप हजारो एवजदार स्थायी हो गए.
लेकिन करीब 350 ऐसे एवजदार थे जिन्होंने 20 का कार्यकाल तो पूर्ण कर लिया था लेकिन वे अपने मूल एवजी कार्ड खो गए थे उन्हें यह कह कर स्थायी नहीं किया गया की मूल कार्ड नहीं है. जबकि उक्त एवजदारों ने पुलिस में भी शिकायत की थी की उनका मूल एवजी कार्ड कंही खो गया है और हलफनामा भी आरोग्य प्रसाशन को दिया लेकिन निगम प्रसाशन ने अस्वीकार कर दिया था.
नागपुर महानगर पालिका एवजदार संघटन ने कई बार निगम प्रसाशन एवं सरकार से पत्र व्यवहार किया था. आखिर महाराष्ट्र सरकार ने दिनांक 7 सेप्टेम्बर 2022 को नगर विकास विभाग ने मा. निगम आयुक्त नागपुर के नाम से से परिपत्रक निकाला एवं स्पष्ट निर्देश दिए की जो भी एवजदार कामगार अपना मूल एवजी कार्ड खो गए है वे अभी भी निगम में कार्यरत है उसकी पड़ताल कर जिन एवजदार कामगारों ने 20 वर्ष का कार्यकाल पूर्ण कर लिया है उन्हें अविलम्ब स्थायी करे.
अतः आज बुधवार दिनांक 28 सेप्टेम्बर 2022 को यूनियन के अध्यक्ष भाई जम्मू आनंद के नेतृत्व में का एक शिष्टमंडल मा निगम आयुक्त श्री. राधाकृष्णन बी से मिला और उन्हें नगर विकास विभाग द्वारा जारी निर्णय से अवगत कराया गया. मा. निगम आयुक्त ते सरकार के निर्णय को लागू करने हेतु आरोग्य विभाग को अविलम्ब निर्देश देने का आश्वासन दिया. सरकार के इस निर्णय से करीब 350 एवजदार जिन्होंने अपना मूल एवजी कार्ड खो दिया है उनका स्थायी होने का मार्ग साफ़ हो गया है.
यूनियन ने यह भी मांग की की उक्त कामगारों को जब भी 20 वर्ष पूर्ण किये है तबसे लाभ दिया जाय. बड़ी संख्या में एवजदार कामगार उपस्तिथ थे. जिनमे रमेश गवई (सचिव), अनीता मेंढे, इंदूबाई गजभिये, सुधीर गजभजिये, चंद्ररेखा गजभिये, प्रकाश मेश्राम, अविनाश जंझाड़, चन्द्रभान गजभिये, अनीता मेश्राम, किशोर महात्रे, यशोदा जांभुळ्कर प्रमुख रूप से उपस्थित थे.