धड्ड्ले से बेची जा रही है महुआ शराब
तलेगांव (शामजीपंत) (वर्धा)। यहां के वार्ड क्र. 05 के 25 वर्षीय युवक दुर्गादास आनंदराव चौधरी की सोमवार 10 नवंबर को शराब के अधिक सेवन से उपचार के दौरान मौत हो गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार परिसर में महुआ शराब धड्ड्ले से बेची जा रही है. शराब में शराब विक्रेता द्वारा नव सागर, बेसरम, युरिया आदि पदार्थ मिलाए जाते है. साथ ही गांव में देसी-विदेसी शराब का प्रमाण काफी बढ़ा है. जिसकी बिक्री मोबाइल टू मोबाइल होती है. शराब भी नित्कृष्ठ दर्जे की है तथा मध्यप्रदेश से बुलाई जाती है. इसी परिसर में देसी-विदेसी शराब तैयार की जाती है. कम लागत में ज्यादा पैसे कैसे कमाए इन दारू विक्रेताओं अच्छे तरीके से पता है. अभी तक शराब से तलेगांव और परिसर में 50 से 60 लोगों की मौत हुयी है. फिर भी दारू विक्रेता बेशर्मी से दारू का व्यवसाय खुले आम करते है.
यहां की जनता अवैध व्यवसाय दारू बिक्री बंद करने के लिए पुलिस स्टेशन की मांग कर रही है. शासन ने डेढ़ साल पहले पुलिस स्टेशन का निर्माण किया था. पुलिस स्टेशन होकर भी दारू बिक्री कम नहीं हुयी है. थाने के कर्मचारी भी सुस्ती दिखा रहे है. स्थानीय थानेदार और पुलिस निंद से जागकर ध्यान दे ऐसी मांग गांववासियों की है.