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नागपुर: हाल ही में राज्य सरकार द्वारा किसान कर्ज पूरी तरह माफ करने की घोषणा के साथ-साथ पालिकाओं की आय में से 3 प्रतिशत की निधि दिव्यांग कल्याण के लिए दी जाने की घोषणा का अभी तक ना तो पालन हुआ और ना ही इस पर अमल किया गया। सरकार के इस खोखले आश्वासन के विरोध में बच्चू कडू के नेतृत्व में प्रहार जनशक्ति पार्टी के बैनर तले 14 अगस्त को संपूर्ण महाराष्ट्र में रास्त रोको आंदोलन किया जाएगा। इसके अलावा राज्य भर में 15 अगस्त के दिन जिले के पालकमंत्रियों द्वारा किए जानेवाले ध्वजारोहण का भी विरोध करने की चेतावनी दी गई है।
राज्य सरकार के 1995 विकलांग पुनर्वसन कानून के तहत स्थानीय स्वराज्य संस्थाओं द्वारा स्थानीय नगर पालिका, ग्राम पंचायत एवं अन्य पालिकाओं के राजस्व में से 3 प्रतिशत की निधि दिव्यांग कल्याण पर खर्च किए जाने की घोषणा की गई थी। लेकिन स्थानीय पालिकाओं ने अब तक इस घोषणा पर किसी भी प्रकार का अमल नहीं किया। पालिकाओं ने स्पष्ट रूप से इंकार करते हुए उन्हें लिखित में आदेश नहीं देने की बात कही है। जिसके कारण सरकार की यह घोषणा खोकली साबित हो रही है। फिर एक बार दिव्यांगों में निराशा दिखाई दे रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने राज्य के किसानों द्वारा लिया गया कर्ज पूरी तरह माफ करने की घोषणा की थी। इस घोषणा को बीते कई दिन हो गए, परंतु पूरे राज्य भर में अभी तक नाममात्र 20 किसानों का ही कर्ज माफ किया गया। ऐसे में किसान जो सरकार से आस लगाए बैठा था वह अब धीरे-धीरे टूटने लगा है।
कहीं ऐसा न हो कि सरकार के आश्वासन और वादे पूरे करने से पहले ही किसान दम तोड़ दे। इन प्रमुख बातों को लेकर कामठी में एक पत्र परिषद का आयोजन किया गया था। जिसमें प्रहार जनशक्ति पार्टी के विदर्भ प्रमुख गजू कुबडे ने बताया कि यदि सरकार 15 अगस्त से पहले अपने वादे पूरी नहीं करती तो ओनवाले 14 अगस्त को संपूर्ण महाराष्ट्र में सरकार के खिलाफ रास्ता रोकाे आंदोलन किया जाएगा और 15 अगस्त को पालकमंत्रियों के हाथों किए जानेवालेा ध्वजारोहण का कड़ा विरोध किया जाएगा।