नागपुर– शहर में दिवाली की तैयारी जोर-शोर से चल रही है. इस वर्ष 582 पटाखा दुकानों को मनपा के फायर डिपार्टमेंट ने अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी किया है. पिछले वर्ष 752 दुकानें लगीं थीं. इस वर्ष 170 दुकानों घट गईं हैं. कोरोना के कारण सभी व्यवसाय आर्थिक संकट में हैं. पटाखा कारोबार पर भी आर्थिक संकट की मार पड़ी है. अग्निशमन दल के 9 स्टेशन अंतर्गत पटाखा दुकानों को अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी किए जाने की जानकारी मुख्य अग्निशमन अधिकारी राजेंद्र उचके ने दी.
अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी किए गए दुकानों क 15 दिन पटाखों की बिक्री करने की अनुमति दी गई है. एक दुकान से 450 किलो पटाखे बेचे जा सकेंगे. दुकानदार को फायर डिपार्टमेंट से जारी सूचना व कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा. जिस जगह के लिए अनुमति दी गई है, उसी जगह व्यवसाय करना अनिवार्य है.
मनपा के फायर डिपार्टमेंट ने वर्ष 2014 में 889, वर्ष 2015 में 951, वर्ष 2016 में 982, वर्ष 2017 में 865, वर्ष 2018 में 777, वर्ष 2019 में 752 और इस वर्ष 582 दुकानदारों को अनापत्ति प्रमाणपत्र जारी किए गए हैं. गत 6 वर्षों में 2016 में सर्वाधिक 982 दुकानें लगाई गई थीं.
सीताबर्डी मेन रोड, महल चौक से गांधी गेट चौक, महल चौक से भोंसले वाड़ा, महल चौक से बड़कस चौक, कल्याणेश्वर मंदिर परिसर, गोलीबार चौक से टिमकी, तीन नल चौक से शहीद चौक, टांगा स्टैंड से शहीद चौक, हंसापुरी से नालसाहब चौक, मस्कासाथ चौक से नेहरू पुतला, मारवाड़ी चौक, मेयो अस्पताल परिसर, डागा अस्पताल परिसर, मेडिकल कॉलेज परिसर, इंदोरा चौक से कमाल टॉकीज चौक, गोकुलपेठ बाजार, सदर रेसिडेंसी रोड तथा भीड़-भाड़ वाले मार्गों पर दुकानें लगाने पर पाबंदी लगाई गई है.