डॉ. दिलीप गोरे की अवधारणा रही सर्वोत्तम
नागपुर: सरकार के कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवाचार विभाग द्वारा आयोजित महाराष्ट्र स्टार्टअप यात्रा को नागपुर जिले में बेहतरीन प्रतिसाद मिला है। कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर ने कहा कि इस गतिविधि में भाग लेने वाले युवाओं को अपने नवाचारों को प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर राज्य स्तर पर सफलता प्राप्त करनी चाहिए।
कलेक्टर डॉ. इटनकर महाराष्ट्र स्टार्टअप यात्रा पहल के तहत सेंट उर्सुला गर्ल्स हाई स्कूल में जिला स्तरीय प्रशिक्षण शिविर एवं प्रस्तुति सत्र (बूट कैंप) के उद्घाटन अवसर पर बोल रहे थे। स्मार्ट सिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी चिन्मय गोतमारे, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश कुंभेजकर, व्यवसाय शिक्षा प्रशिक्षण विभाग के संयुक्त निदेशक पुरुषोत्तम देवतले, जिला व्यापार प्रशिक्षण अधिकारी अनंत सोमकुवर, जिला कौशल विकास, रोजगार एवं उद्यमिता मार्गदर्शन केंद्र सहायक आयुक्त प्रभाकर हरडे, अभय देशमुख, उद्यमी प्रशांत अग्रवाल इस अवसर पर मौजूद थे।
स्कूली छात्रों से लेकर किसानों तक, जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने महाराष्ट्र स्टार्टअप यात्रा पहल में भाग लिया है, और इसके माध्यम से अच्छी नव संकल्पनाएं सामने आएंगी, साथ ही उन अवधारणाओं को लागू करने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा। यदि आपका कॉन्सेप्ट पुरस्कार जीतने में विफल रहता है तो निराश न हों। डॉ. इटनकर ने इस संग्रह को साकार करने के लिए सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने की भी अपील की।
स्टार्टअप यात्रा पहल नवीन अवधारणाओं को सामने लाने और उन्हें प्रोत्साहित करने में मदद करेगी। साथ ही स्कूल और कॉलेज के छात्रों की अवधारणाओं को एक नई दिशा मिलेगी। सभी को इस बात पर जोर देना चाहिए कि हमारी नव संकल्पना समाज के लिए अधिक उपयोगी होना चाहिए। साथ ही, प्रस्तुतिकरण के बाद नवाचारों के मूल्यांकन को सकारात्मक रूप से देखा जाना चाहिए और त्रुटियों को दूर किया जाना चाहिए। इस मौके पर गोतमारे ने अपनी नई अवधारणाओं को फिर से पेश करने की अपील की।
स्टार्टअप यात्रा के चलते प्रदेश के सभी जिलों में विभिन्न संस्थाओं से नवोन्मेष का आयोजन होने लगा है। कुंंभेजकर ने कहा कि इस पहल से राज्य में स्टार्टअप संस्कृति को विकसित करने में मदद मिलेगी और भाग लेने वाले छात्रों को नया अनुभव मिलेगा। उन्होंने अवधारणाओं के वास्तविक कार्यान्वयन के दौरान आने वाली बाधाओं का अध्ययन करने की भी अपील की।
परिचयात्मक भाषण में, हरडे ने महाराष्ट्र स्टार्टअप यात्रा पहल की रूपरेखा तैयार की। साथ ही, पिछले दो महीनों से जिले में व्यापक जन जागरूकता के कारण जिले से रिकॉर्ड 178 नई अवधारणाएं दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि इसमें कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, अपशिष्ट प्रबंधन, जल, ऊर्जा, ई-गवर्नेंस, स्मार्ट इंफ्रास्ट्रक्चर, मोबिलिटी आदि के क्षेत्र में नई व्यावसायिक अवधारणाएं शामिल हैं। देवतले, देशमुख, अग्रवाल ने नवाचारों की प्रभावी प्रस्तुति पर उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया।
तीन उत्कृष्ट अवधारणाओं का हुआ चयन
महाराष्ट्र स्टार्टअप यात्रा पहल के तहत जिला स्तरीय प्रस्तुति में डॉ. दिलीप गोरे की अवधारणा को 25 हजार रुपए का प्रथम पुरस्कार मिला। उन्होंने सतत विकास के क्षेत्र में नवाचारों की शुरुआत की। शिक्षा के क्षेत्र में शुभम पाटिल और अश्विन नवंगे के नवाचारों को क्रमश: दूसरा (15 हजार रुपए) और तीसरा (10 हजार रुपए) पुरस्कार प्रदान किया गया। इन पुरस्कारों का वितरण जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेश कुंभेजकर ने किया। जिला स्तर पर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले इनोवेशन को 17 अक्टूबर को राज्य स्तर पर प्रस्तुत किया जाएगा।
नव संकल्पना प्रस्तुति की जांच के लिए 28 परीक्षकों को पंजीकृत किया गया था। इस अवसर पर नवाचार प्रस्तुति में भाग लेने वाले सभी परीक्षार्थियों और उम्मीदवारों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम का संचालन मनीष कुदाले ने किया, जिला समन्वयक योगेश कुंटे ने धन्यवाद ज्ञापित किया।