पिछले 14 दिनों में 390 मैनहोल की हुई सफाई
नागपुर: बढ़ते शहरीकरण के कारण सीवर मैनहोल की सफाई एक बड़ी समस्या बन गई है। चौड़ी सड़कों पर बड़ी-बड़ी मशीनें सीवेज चैंबर की सफाई में मदद करती हैं, लेकिन संकरी सड़कों पर ऐसा करना मुश्किल हो जाता है। इस समस्या के समाधान के लिए नागपुर स्मार्ट सिटी रोबोट के जरिए सफाई व्यवस्था की मदद कर रही है। शहर में मैनहोल की सफाई और रखरखाव के लिए, नागपुर स्मार्ट सिटी ने सीवर लाइन के मैनहोल में प्रवेश किए बिना मैनहोल की सुरक्षित सफाई के मुख्य उद्देश्य के लिए तीन सफाई रोबोट किराए पर लिए हैं। इन रोबोट द्वारा पिछले 14 दिनों में शहर के तीन जोन के 390 मैनहोल की सफाई की जा चुकी है।
मैनुअल स्कैवेंजिंग एक्ट 2013 में मैनुअल स्कैवेंजिंग पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके समाधान के लिए नागपुर स्मार्ट सिटी के निदेशक मंडल ने एक अत्याधुनिक रोबोट मशीन किराए पर लेने का फैसला किया था। इसके लिए मैनहोल सफाई करने वाले इन तीनों रोबोट को जिन रोबोटिक्स कंपनी से नियमानुसार सभी टेंडर पूरे कर अगले 5 साल के लिए लीज पर लिया गया है।
नवीनतम रोबोट, वाहन का उपयोग करने के लिए आवश्यक कुशल जनशक्ति और शहर के विभिन्न हिस्सों से आने-जाने का खर्च, रोबोट का रखरखाव और मरम्मत और अन्य सभी खर्च, इन तीनों रोबोट का किराया 7 लाख 47 हजार प्रति माह होगा, लेकिन काम के हिसाब से टारगेट (डेफर्ड पेमेंट मोड) के हिसाब से किराए का भुगतान किया जा रहा है। जीईएम पोर्टल पर इस रोबोट की कीमत 39 लाख 52 हजार है। रोबोट से कुछ भी आसान नहीं होने वाला था, डेफर्ड पेमेंट मोड लेने के पीछे का मकसद बेहतर काम, मशीन का बेहतर रखरखाव और उसका सही तरीके से काम करना है। हर रोबोट के पीछे एक ऑपरेटर, एक सुपरवाइजर और दो स्टाफ समेत चार लोगों की टीम होती है। इनका खर्चा संबंधित ठेकेदार उठा रहे हैं।
प्रत्येक रोबोट को शहर में 250 मैनहोल साफ करने का लक्ष्य दिया गया है और लक्ष्य पूरा होने पर पूरा किराया दिया जाएगा। साथ ही 250 से कम मैनहोल की सफाई करने पर 75 प्रतिशत राशि उक्त कंपनी को तथा 200 से कम मैनहोल की सफाई होने पर 50 प्रतिशत राशि देने का निर्णय लिया गया है।
उम्मीद है कि तीन रोबोट शहर में कुल 750 मैनहोल साफ करेंगे। यह पूरी प्रक्रिया नगर निगम के अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित करने के बाद ही उक्त कंपनी को पैसे का भुगतान किया जाना है। इससे शहर के मैनहोल की सफाई में तेजी आई है। समझौते के मुताबिक पांच साल बाद इन रोबोट्स का स्वामित्व स्मार्ट सिटी के पास होगा। इस रोबोट के जरिए पिछले 14 दिनों में नागपुर नगर निगम के सतरंजीपुरा, लकड़गंज और गांधीबाग जोन में कुल मिलाकर 390 मैनहोल साफ किए गए हैं।