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नागपुर: 20 दिन में 15 किलोमीटर के दायरे में 3 इंसानों को निशाना बनाकर चंद्रपुर के ब्रह्मपुरी रेंज की बाघिन शिवानी आदमखोर हो चुकी थी। उसके हमले में एक बुजुर्ग महिला की मौत भी हो चुकी है। विरोधी दल के उपनेता विजय वड्डेटिवार ने आदम खोर बाघिन को मारने की मांग उठाकर मामले को राजनीतिक रंग दे दिया। इसके बाद वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने अधिकारियों को बाघिन को पकड़े या कार्रवाई झेलने का फरमान सुना दिया। लेकिन तमाम विरोधों के बीच वन विभाग ने बुधवार को शिवानी को पकड़ने में सफलता अर्जित की। उसे बंदूक के सहारे बेहोशी का इंजेक्शन देकर गोरेवाड़ा स्थित रेस्क्यू सेंटर में लाया गया।
एक के बाद एक हमले करने की घटनाओं ने इस क्षेत्र के नागरिकों में इस बाघिन को लेकर बहुत दहशत निर्माण हो गई थी। इसके बाद इसे तुरंत पकड़ने के आदेश जारी किए गए। इतना ही नहीं ग्रामीण भागों में होनेवाले चुनावों के कारण यह राजनीतिक रूप ले चुका था। विरोधी दल कांग्रेस के उपनेता विजय वडेट्टिवार ने इस मार गिराने की मांग की। जिसके बाद वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कड़े लहजे में बाघिन को पकड़ने के लिए अधिकारियों को निर्देष दिए। इसके बाद विभाग के ही डॉ. गणवति गरड की अध्यक्षता में गठित समित ने पकड़ो या मारो का सिध्दांत विभाग को दिया जिसे देखते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) कार्यालय से बाघिन को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए।
विभाग के अधिकारियों को सूचना मिली कि शिवानी गांव के पास देखी गई है। इस पर मचान बनाकर विभाग के कर्मचारी बैठ गए। सुबह खबर मिली कि शिवाणी पास के ही इलाके में बैल के शिकार को खा रही है। यहां एक बार इस पर असफल बेहोशी का इंजेक्शन देने का प्रयास किया गया इसके बाद बेहोशी का इंजेक्शन देनेवाली बंदूक का सहारा लेकर उसे बेहोश किया गया। उसके बेहोश होते ही उसे पिंजरे में कैद कर उसे गोरेवाड़ा प्राणि संग्रहालय में ला पहुंचाया।