ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान की पहल
सौंसर -दिव्यांगजनों और मानसिक रोगियों के सशक्तिकरण एवं पुनर्वास के लिए कार्यरत सेवाभावी संस्था ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान द्वारा बुधवार को ग्राम नंदुढाना के दो दिव्यांगों को ट्राइसिकल और व्हीलचेयर भेंट की गई। दिव्यांग हरी धुर्वे को व्हीलचेयर और दिव्यांग विजय बोसम को ट्राइसिकल संस्था द्वारा भेंट की गई। इस अवसर पर संस्था प्रमुख विजय धवले ,सरपंच वंदना वासनिक ,मानसिक रोगी देखभालकर्ता संघठन के यशवंत वासनिक ,पंच मैनी वरठी ,प्रवीण उईके ,संस्था कार्यकर्ता विजय वनकर ,राहुल यमदे ,सुमित पाटिल प्रमुखता से उपस्थित थे। सरपंच वंदना वासनिक ने कहा की हमारे ग्राम के दो दिव्यांग व्यक्ति चलने-फिरने में अक्षम थे।
किसी भी कार्य के लिए उन्हें दुसरो की मदद लेनी पड़ती थी। दोनों दिव्यांगों की समस्या हमने ग्रामीण आदिवासी समाज विकास संस्थान को बताई ,संस्था टीम ने ग्राम में आकर दोनों दिव्यांगों को ट्राइसिकल और व्हीलचेयर भेंट की। दिव्यांगों ने संस्था को आभार जताते हुए कहा कि हमें तो अब पैर मिल गए।
हमे अपने कार्यों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। गौरतलब है कि संस्थान द्वारा जिले एवं छतीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में दिव्यांगजनों और मानसिक रोगियों के सशक्तिकरण एवं पुनर्वास के लिए कार्य किया जा रहा हैं। दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण एवं पुनर्वास के लिए सतत् कार्य करने पर देश की सर्वश्रेष्ठ संस्थान के रूप में “राष्ट्रीय दिव्यांगजन सशक्तिकरण पुरस्कार” से राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित किया गया हैं ।