प्रजापति दंपत्ति और श्वेता खान को 19 नवंबर तक पीसीआर
नागपुर: संभावना जताई जा रही है कि कलमना के बच्चे की चोरी के मामले में गिरफ्तार गिरोह कई मामलों का खुलासा होगा। 8 महीने के बच्चे का अपहरण करने वाले योगेंद्र प्रजापति और उनकी पत्नी रीता प्रजापति को पुलिस ने कोटा से गिरफ्तार किया है। दोनों को रविवार को नागपुर लाया गया। जांच में पता चला है कि आरोपी ने दो साल पहले बच्ची को चुराने की कोशिश की थी।
इससे साफ पता चलता है कि यह गिरोह बच्चों को चुराने में काफी समय से सक्रिय है। पुलिस ने प्रजापति दंपत्ति और गिरोह की सरगना श्वेता रामचंद्र सावले उर्फ श्वेता मकबूल खान (45) को पेश किया। अदालत ने तीनों को 19 नवंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया है।
पूछताछ में योगेंद्र ने बताया कि पति-पत्नी दो साल पहले नागपुर आए थे। करीब ढाई महीने तक यहां एक कमरा किराए पर लेकर रहा। उस दौरान भी दोनों ने एक बच्चे को चुराने की कोशिश की, लेकिन नाकाम रहे। श्वेता के बारे में पूछे जाने पर आरोपितों का कहना है कि वे उसे नहीं जानते। प्रजापति दंपति ने कहा कि वे केवल कुंदनलाल गुप्तानगर निवासी फरजाना उर्फ असर कुरैशी (40) को जानते हैं। उसके जरिए ही बच्चों को बेचने की बात हुई, लेकिन पुलिस ने उन पर विश्वास नहीं किया।
पुलिस हिरासत में दोनों से सच उगलवाने का प्रयास किया जाएगा। श्वेता ने ही इंदौरा इलाके में रहने वाले एक दंपति के बच्चे लिया था। उनसे पैसे लेकर प्रजापति दंपत्ति को 60 हजार रुपए दिए गए। फरजाना को 10 रुपए, सचिन रमेश पाटिल को 55 रुपए और सीमा परवानी अब्दुल रऊफ अंसारी को 15 हजार रुपए मिले। श्वेता इससे पहले मानव तस्करी के मामलों में गिरफ्तार हो चुकी हैं। आशंका जताई जा रही है कि इसी तरह अन्य बच्चों की भी चोरी की गई है।