नागपुर : आरएसएस नाम से पंजीयन की माँग को लेकर पूर्व नगरसेवक जनार्दन मून की याचिका पर गुरुवार को सुनवाई हुई। इस सुनवाई के दौरान धर्मादाय आयुक्त कार्यालय के पास दो आपत्तियां प्राप्त हुई है। अब इसी मुद्दे पर 18 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। धर्मादाय आयुक्त कार्यालय में धर्मादाय सहआयुक्त करुणा एमपत्रे के समक्ष आयोजित सुनवाई में डॉ राजेंद्र गुंबलवर ने आरएसएस नाम का नए सिरे से पंजीयन देने पर आक्षेप लिया है। राजेंद्र ने आरएसएस नाम से चंद्रपुर में एक संस्था पहले से ही रजिस्टर होने की जानकारी दी है।
दूसरी आपत्ति नागपुर के ही दीपक बरड़ और प्रशांत बोपार्डीकर की है जिन्होंने कहाँ है की आरएसएस राष्ट्रीय स्तर पर जाना माना नाम है इसलिए इसी नाम से दूसरी संस्था का पंजीयन जारी न किया जाये। इस दोनों ही आपत्तियों पर अपनी बात रखते हुए याचिकाकर्ता मून ने कहाँ की आरएसएस नाम से किसी भी संस्था का रजिस्ट्रेशन नहीं है इस संबंध में कोई दस्तावेज़ भी उपलब्ध नहीं है इसलिए उन्हें यह नाम दिया जा सकता है। गुरुवार को हुई सुनवाई के बाद अब 18 सितंबर की तारीख सुनिश्चित की गयी है।