एंड्रॉइड यूजर्स के स्मार्टफोन्स में UIDAI के नाम से एक टोल फ्री नंबर अपने आप सेव हो गया है, जिसको लेकर कई लोगों ने यूआईडीएआई को ट्विट करते हुए उन पर सवाल खड़े किए है और साथ ही ट्रोल भी किया है।
इस घटना को लेकर ट्विटर विवाद खड़ा हो चुका है, जिसमें आधार प्रधिकरण को सफाई देनी पड़ी है। इसके साथ ही एक फ्रैंच एक्सपर्ट ने आधार कार्ड की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए है।
इस विवाद के बाद ही एंड्रॉइड ऑपरेटिंग सिस्टम निर्माता कंपनी गूगल ने अपनी गलती मानी है। गूगल ने बताया है कि उनकी गलती की वजह से ज्यादातर एंड्रॉइड यूजर्स के फोन्स में यूआईएडीएआई का नंबर सेव हो गया है।
इसके बाद ही यूआईएडीएआई ने ट्विट कर कहा है कि जो हेल्पलाइन नंबर इन फोन्स में सेव हुआ है वे नंबर पुराना है। बता दें कि यूआईएडीएआई का नया हेल्पलाइन नंबर 1947 है।
शुक्रवार को जब एक यूजर के फोन में यह नंबर सेव हो गया था तो उस यूजर ने इसका स्क्रीन शॉट ट्विटर पर डाल दिया था। इसके बाद कई और यूजर्स के फोन्स पर यह नंबर अपने आप सेव हो गया था।
तब लोगों जमकर यूआईएडीएआई को ट्रोल करना शुरू कर दिया था। इसी बीच यूआईएडीएआई ने बयान दिया था कि वह किसी भी फोन ऑपरेटर या निर्माता को इसकी इजाजत नहीं दी है।
बता दें कि गूगल ने इस घटना को लेकर अपनी गलती मानी है और कहा है कि यूआईएडीएआई कोई गलती नहीं है। गूगल ने बयान जारी कर कहा है कि पुराने एंड्रॉइड फोन्स में इस नंबर को सेव किया गया था, लेकिन गूगल ने नए वर्जन्स में इस नंबर को ट्रांसफर कर दिया था।
यूआईएडीएआई का यह नंबर पुराना है और यह नंबर पहले काम करता था, जिसकी वजह से इस नंबर पर कॉल करने के बाद भी लोगों को कोई जवाब नहीं मिलता था।