नागपुर: नागपुर शहर की ऐतिहासिक नाग नदी पुनरुद्धार परियोजना ने कदम बढ़ाते हुए परियोजना को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ाना शुरू कर दिया है। परियोजना को केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा मंजूरी प्रदान की गई है। इस परियोजना को पूरा करने के लिए मनपा प्रतिबद्ध होने का विश्वास मनपा आयुक्त राधाकृष्णन बी. ने व्यक्त किया है।
इसके लिए मनपा आयुक्त ने केंद्रीय मंत्रिमंडल समेत राज्य के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस समेत सभी का आभार व्यक्त किया है। मनपा आयुक्त ने इस संदर्भ में अधिक जानकारी देते हुए इस प्रोजेक्ट के जरिए शहर में करीब 500 किलोमीटर सीवर लाइन नेटवर्क का जीर्णोद्धार किया जाएगा। इस परियोजना की कुल लागत 1927 करोड़ रुपए है।
केंद्र सरकार, राज्य सरकार और नागपुर महानगरपालिका परियोजना में क्रमशः 60:25:15 के अनुपात में हिस्सा ले रहे हैं। 1115.22 करोड़ केंद्र सरकार, 507.36 करोड़ राज्य सरकार और 15 फीसदी यानी 304.41 करोड़ रुपए नागपुर नगरपालिका द्वारा खर्च किए जाएंगे। मनपा आयुक्त ने बताया कि इस परियोजना से 131861 घरों को सीवर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा। परियोजना का कार्यान्वयन नागपुर मनपा द्वारा किया जाएगा। इसके लिए परियोजना के तहत नदी में आने वाले सीवेज को रोकने या डायवर्ट करने, प्रोसेसिंग, सीवेज ट्रीटमेंट सेंटर बनाने, शौचालय बनाने आदि के कार्य किए जाएंगे। यह परियोजना नागपुर के लोगों के लिए महत्वपूर्ण है और शहर की सुंदरता को बढ़ावा देगी।
परियोजना के प्रमुख मुद्दे:
* परियोजना के तहत बनाया जाएगा नया ‘एसटीपी’ (92 एमएलडी)
* इसलिए ‘एसटीपी’ (10 एमएलडी) का उन्नयन किया जाएगा
* नए 4 पंपिंग स्टेशन बनाए जाएंगे
* परियोजना में 107 मैनहोल का होगा डायवर्जन
* परियोजना के बाद नाग नदी, बोरनाला आदि नदियों के जल गुणवत्ता में आएगा सुधार
* परियोजना 5 साल में पूरी होने की संभावना है
* शहर की सफाई में आएगा सुधार
* नदी के पानी में प्रदूषण स्तर में आएगी कमी