नागपुर: कॉलेज में प्रवेश शुल्क,परीक्षा शुल्क,पुर्नमूल्यांकन शुल्क कम किया जाए,मूल्यांकन योग्य पद्धति से कराकर समय पर रिजल्ट घोषित करने जैसी विद्यार्थियों से जुडी माँग विश्वविद्यालय तक पहुँछने के लिए छात्र युवा संघर्ष समिति के कार्यकर्ताओ ने कुलगुरु डॉ. सिध्दार्थ विनायक काणे को निवेदन सौपा। समिति के अनुसार नागपुर विश्वविद्यालय द्वारा विद्यार्थियों से जो शुल्क वसूला जाता है वह देश के अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में काफी ज्यादा है. हांलही में 12 वी के परीक्षा परिणाम घोषित किये गए है। दो दिन बाद विश्विद्यालय में विद्यार्थियों की प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
यह प्रक्रिया शुरू जाने के साथ ही कॉलेजो की ओर से विद्यार्थियों की लूट भी शुरू हो जाती है। महाविद्यालयों की ओर से प्रोस्पेक्टर के नाम पर 100 रुपए से लेकर 1000 रुपए तक वसूले जाते है। जबकि विद्यापीठ की ओर से पुस्तक का दर केवल 20 रुपए निश्चित किया गया है। विद्यार्थियों को यह जानकारी नहीं होने की वजह से वो फसता है। इस संबंध में बार – बार विश्वविद्यालय प्रशासन को शिकायत की गयी बावजूद इसके लूट का खेल जारी है।
अपने निवेदन में छात्र युवा संघर्ष समिति ने कुलगुरु से मांग की है कि जानकारी पुस्तक का शुल्क 20 रुपए से ज्यादा न लिया जाए। साथ ही अनुदानित व बिना अनुदानित महाविद्यालय में प्रवेश शुल्क निश्चित कर उसे सार्वजानिक किया जाए। विश्वविद्यालय विद्यार्थी सहायता निधि, सरकार द्वारा जारी की जाने वाली शिष्यवृत्ति व अन्य सरकारी योजनाओ की जानकारी महाविद्यालय के प्रोस्पेक्टर में होनी चाहिए।
निवेदन स्वीकार ने बाद कुलगुरु ने माँगो पर संजीदगी से अमल करने का भरोषा दिया। इस दौरान सीवायएसएस के पियूष आकरे ,कृतल आकरे, हेमंत चाँदनगीर, अल्केश बिष्णोई , अमित बड़वाईक, आतिश रंगारी समेत अन्य कार्यकर्ता और विद्यार्थी मौजूद थे।