मामला घरकुल योजना की रकम के गबन का, युति के वक़्त देवेन्द्र ने दिया था आश्वासन
लाखांदुर (भंडारा)। इंदिरा आवास योजना अंतर्गत मंजूर राशि के गबन किये जाने का मामला लाखांदुर पंचायत समिति के कूड़े गांव में उजागर हुआ था. इस मामले की टोह लेकर युति सरकार के वक़्त तत्कालीन भाजपा प्रदेशाध्यक्ष देवेन्द्र फडणवीस, विनोद तावड़े, नाना पटोले ने पीड़ित से मुलाकात कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था. वह मामला अब तक लंबित होने से पीड़ित ने वर्तमान मुख्यमंत्री को मामले का स्मरण दिलाते हुए न्याय की गुहार लगाई है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इंदिरा आवास योजना अंतर्गत मंजूर राशि के गबन होने का मामला लाखांदुर पंचायत समिति अंतर्गंत रहने वाले पिसाराम नारायण बावनकुले (64) का है. जो 2 जून 2004 को इंदिरा गांधी आवास योजना अंतर्गत जिला ग्रामीण विकास विभाग के प्रस्तावित आवेदन को भरा था. जिसके बाद योजना के अंतर्गत रकम देने की बात हुई थी. उसके बाद पिसाराम को रकम नहीं मिली, जबकि 23 अगस्त को प्रस्तावित अन्य सभी लाभार्थियों को योजना का लाभ मिला. इस सम्बन्ध में तत्काल लाखांदुर पंचायत समिति के निर्माण विभाग से जानकारी लेने संपर्क किया गया तो उस वक़्त सम्बंधित मूल दस्तावेज लापता होने की जानकारी शाखा अभियंता ने उन्हें दी थी. और जब इस आशय की ख़बर अख़बारों में प्रकाशित की गई तो सत्ता से बाहर भाजपा के तात्कालिक प्रदेशाध्यक्ष देवेन्द्र फडणवीस, विनोद तावड़े, सह नाना पटोले पीड़ित पिसाराम के घर प्रत्यक्ष आकर न्याय दिलाने की पुरजोर आश्वासन दिया था. तब कॉंग्रेस-राकांपा की युति सरकार थी. इसलिए मामले को तरजीह दी गई थी. मगर अब देवेन्द्र खुद की सरकार है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि वे आज भी उतने ही सक्रिय हैं? समझा जा रहा है कि इस 12 वर्षीय पुराने मामले को स्मरण कर दिए आश्वासन को देवेन्द्र फडणवीस अपने मुख्यमंत्रित्व काल में आसानी से पूरा करने में समर्थवान हैं!