नागपुर: लोकसभा चुनाव से पहले विदर्भ में बीजेपी की मुश्किलें बढ़ने वाली है। विदर्भवादी संगठनों और राजनीतिक दलों को मिलाकर बनाए गए विदर्भ निर्माण महासंघ ने बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करने का फ़ैसला लिया है। बुधवार ने पश्चिम और पूर्व विदर्भ में विदर्भ निर्माण यात्रा शुरू होने जा रही है जिसका मकसद सत्ताधारी दल बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करना और आने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव में किसी भी हालत में चुनाव न जीतने देने का है।
गौरतलब हो कि विदर्भ के निर्माण का वादा कर बीजेपी ने विदर्भ में अब तक की सबसे बड़ी जीत पिछले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के दौरान हासिल की थी। मगर अब तक इस दिशा में कोई काम नहीं हुआ। इस महासंघ में शामिल और विदर्भ राज्य आंदोलन समिति के नेता राम नेवले ने बताया कि इस आंदोलन के दौरान बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार किया जायेगा। जो वादा किया गया उसे पूरा नहीं किया गया है।
हम किसानों के बीच जाकर तेलंगाना राज्य का उदहारण देंगे। छोटा राज्य होने की वजह से वहाँ आज किसानों के साथ हर वर्ग प्रगति कर रहा है। जबकि इस सरकार के लाख वादों के बाद भी किसान के जीवन में कोई सुधार नहीं हुआ है। अगला चुनाव किसान पर ही केंद्रित होगा बीते दिनों देश भर में हुए किसान आंदोलनों की वजह से एक व्यापक जनजागृति किसानों में सरकार की विरोधी नीतियों को लेकर है इसलिए हमारे आंदोलन को फ़ायदा होगा। ऐसा नहीं है कि हम बीजेपी का विरोध कर किसी राजनीतिक दल का समर्थन करेंगे।
कांग्रेस ने भी विदर्भ राज्य निर्माण के मुद्दे पर वादाखिलाफ़ी ही कि है। हमारी अब कांग्रेस से अपील रहेगी की वह इस कदम को आगे बढ़ाये। अब भी कुछ नहीं बिगाड़ा संसद में विदर्भ राज्य का प्रस्ताव लाया जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो कांग्रेस को निश्चित फ़ायदा होगा लेकिन मौजूदा हालत में ऐसा लगता नहीं कि बीजेपी या कांग्रेस कोई पहल करेंगे। आगामी चुनाव में विदर्भ की जनता को राजनीतिक विकल्प मिलेगा। विदर्भ निर्माण महासंघ ने विधानसभा और लोकसभा चुनाव विदर्भ में लड़ने का फ़ैसला किया है। इसका नुकसान बीजेपी को जरूर होगा।
बुधवार से विदर्भ निर्माण यात्रा की शुरुवात
विदर्भ निर्माण यात्रा की शुरुवात बुधवार को नागपुर व्हेरायटी चौक से होगी। इस दौरान श्रीहरी अणे के साथ सभी प्रमुख विदर्भवादी नेता उपस्थित रहेंगे। पश्चिम और पूर्व विदर्भ के लिए दो यात्रा निकाली जायेगी। जो 12 जनवरी को वापस नागपुर लौटेगी। इसके बाद इसी दिन विदर्भ हिंदी साहित्य संघ के सभागार में यात्रा का समापन समारोह आयोजित किया जायेगा। राम नेवले के अनुसार इस यात्रा का मकसद ही इस नारे के साथ है कि विदर्भ दो नहीं तो सत्ता से बाहर जाओ। आगामी चुनाव में बीजेपी को विदर्भ से हराना ही संकल्प है।
विदर्भ के लिए महासंघ लड़ेगा चुनाव
विदर्भ निर्माण महासंघ में विदर्भ राज्य के लिए लंबे समय से आंदोलन कर रहे सामाजिक और राजनीतिक संगठन शामिल है। इसमें विदर्भ राज्य आंदोलन समिति,नाग विदर्भ आंदोलन समिति,निर्दलीय विधायक बच्चू कडू की पार्टी प्रहार जनशक्ति पार्टी,जामवंतराव धोटे विचार मंच,आम आदमी पार्टी,विदर्भ राज्य अघाड़ी जैसी राजनीतिक पार्टिया शामिल है। महासंघ ने संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने का फ़ैसला लिया है। अगर ऐसा होता है तो इसका नुकसान बीजेपी के साथ अन्य स्थापित राजनीतिक दलों को जरूर होगा।