गोंदिया: महाराष्ट्र के अंतिम छोर पर गोंदिया जिले की सालेकसा तहसील से 10 किलोमीटर दूर दर्रेकसा गुफा पहाड़ी पर स्थित ‘ हाजरा फॉल ‘ झरना अब मुख्य पर्यटन स्थल के रूप में उभरा है। यहां कई सौ फिट की ऊंचाई से झरने का गिरता पानी , फुहारों और बौछारों के बीच प्राकृतिक अलौकिक नज़ारे का अनुभव कराता है। इस सुंदर प्राकृतिक नजारे का आनंद लेने के लिए यह बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं और इस झरने की तस्वीरें और वीडियो इंटरनेट ( सोशल मीडिया ) पर साझा किए जाने के बाद यह क्षेत्र जिले के पर्यटन का प्रमुख केंद्र बन गया है।
यहां पहुंचे पर्यटकों ने अपनी प्रतिक्रिया देते कहा- पहाड़ों की ऊंचाई से गिरता अलौकिक झरना देखकर हम हैरान हैं , पानी की धाराएं यहां बेहद मजबूत हैं और उठती फुहारों के बीच झरने के पास रहना हम सभी को बहुत भा रहा है , यह ताजगी का अविस्मरणीय अनुभव है हालांकि झरने में नहाना बहुत जोखिम भरा है इसलिए हाजरा फॉल झरने के आसपास सुरक्षा गार्डों ( गोताखोरों ) की तैनाती की गई है।
एक अन्य पर्यटक ने अपनी प्रतिक्रिया देते कहा- झरना हरे-भरे पहाड़ों से घिरा हुआ है , पास ही दर्रेकसा पहाड़ी की 1 किलोमीटर से अधिक लंबी विशालकाय गुफा है , उसके भीतर भी पानी की बौछारें गिरती है हालांकि ट्रेनों की आवाजाही के चलते इसे पार करना बेहद जोखिम भरा काम है इसलिए इस मंत्र मुग्ध कर देने वाले अनुभव का नज़ारा दूर से ही लिया जा सकता है।
एक अन्य पर्यटक ने कहा- वो पिछले कई वर्षों से यहां आते हैं और यहां की पर्यटन सुविधाएं दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। बेहतर सड़क संपर्क , इस स्थान पर उचित खानपान सुविधा ( कैंटीन ) , बैठने के लिए बेंच , ऊंचाई से झरने को निहारने के लिए बनी मचान और भी कई सुख सुविधाएं होने से सैकड़ों की संख्या में लोग हर रोज यहां आ रहे हैं।
कई पर्यटक खाना साथ लाते हैं तो कई यहीं पर बनाकर खाते हैं इस खूबसूरत हाजरा फॉल झरने का लुफ्त पर्यटक उठा सकें लिहाजा सुरक्षा की दृष्टि से भी इसे उपयुक्त पर मजबूत किया गया है।
बारिश के दिनों में इस झरने की रफ्तार कई गुना बढ़ जाती है , बस इसी नजारे को देखने के लिए वर्षा ऋतु के दौरान सैकड़ों की संख्या में पर्यटक यहां रोज़ पहुंच रहे हैं।
पहाड़ी पर ट्रेकिंग की मनाई है क्योंकि बारिश के वजह से यहां फिसलन बनी रहती है इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से भी यह बेहद जरूरी है।
रवि आर्य